Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Ajay Pathak “Chireya dhire dhire bol , “चिरैया धीरे धीरे बोल ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

चिरैया धीरे धीरे बोल -अजय पाठक Chireya dhire dhire bol – Ajay Pathak   चिरइया, धीरे-धीरे बोल! अंतर्मन के अध्यायों के पन्नों को मत खोल। अभी-अभी तो अपनी आँखें …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Charo dham Nahi , “चारों धाम नहीं ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

चारों धाम नहीं -अजय पाठक Charo dham Nahi – Ajay Pathak   रिश्तों में अब आदर्शों का कोई काम नहीं वह भी राधा नहीं रही और हम भी श्याम …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Kabira Teri Chadariya , “कबिरा तेरी चादरिया ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कबिरा तेरी चादरिया -अजय पाठक Kabira Teri Chadariya – Ajay Pathak   कबिरा तेरी चादरिया का, जर्जर ताना बाना देखा। मंदिर की हठधर्मी देखी, मस्जिद का ढह जाना देखा। …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Anubandh , “अनुबंध ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

अनुबंध -अजय पाठक Anubandh – Ajay Pathak   रिश्तों ने बाँधा है जब से अनुबंध में, रंग नए दिखते हैं, गीतों में छंद में। शब्द सभी अनुभव के अनुगामी …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Safalta khoj lunga , “सफलता खोज लूँगा ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

सफलता खोज लूँगा -अजय पाठक Safalta khoj lunga – Ajay Pathak   तुम मुझे दुख-दर्द की सारी विकलता सौंप देना, मैं घने अवसाद में अपनी सफलता खोज लूँगा! मैं …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Gaun , “गाँव ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

गाँव -अजय पाठक Gaun – Ajay Pathak   पगडंडी पर छाँवों जैसा कुछ भी नही दिखा, गाँवों में अब गाँवों जैसा कुछ भी नहीं दिखा। कथनी सबकी कड़वी-कड़वी, करनी …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Kuch Tere, Kuch Mere , “कुछ तेरे, कुछ मेरे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कुछ तेरे, कुछ मेरे -अजय पाठक Kuch Tere, Kuch Mere – Ajay Pathak   अंतर्मन के भोज पत्र पर, गीत लिखे बहुतेरे सजनी, कुछ तेरे, कुछ मेरे. . . …

Hindi Poem of Ajay Pathak “Budhe Hue Kabir , “बूढ़े हुए कबीर ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

बूढ़े हुए कबीर -अजय पाठक Budhe Hue Kabir – Ajay Pathak   बूढ़े हुए कबीर आजकल ऊँचा सुनते हैं। आंखो से है साफ झलकती भीतर की बेचैनी हुए अकारथ …