Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Amir Khusro’“Bahut Kathin hai dagar panghat ki , “बहुत कठिन है डगर पनघट की” Complete Poem for Class 10 and Class 12

बहुत कठिन है डगर पनघट की -अमीर ख़ुसरो Bahut Kathin hai dagar panghat ki – Amir Khusro बहुत कठिन है डगर पनघट की।  कैसे मैं भर लाऊँ मधवा से …

Hindi Poem of Bhagwati Charan Verma’“Tum Apni ho, jag apna hai , “तुम अपनी हो, जग अपना है ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

तुम अपनी हो, जग अपना है -भगवतीचरण वर्मा Tum Apni ho, jag apna hai -Bhagwati Charan Verma तुम अपनी हो, जग अपना है  किसका किस पर अधिकार प्रिये  फिर …

Hindi Poem of Bhagwati Charan Verma’“Bsantotsav , “बसन्तोत्सव” Complete Poem for Class 10 and Class 12

बसन्तोत्सव -भगवतीचरण वर्मा Bsantotsav -Bhagwati Charan Verma   मस्ती से भरके जबकि हवा  सौरभ से बरबस उलझ पड़ी  तब उलझ पड़ा मेरा सपना  कुछ नये-नये अरमानों से; गेंदा फूला …

Hindi Poem of Bhagwati Charan Verma’“Agyat Desh se aana , “अज्ञात देश से आना ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

अज्ञात देश से आना -भगवतीचरण वर्मा Agyat Desh se aana -Bhagwati Charan Verma मैं कब से ढूँढ़ रहा हूँ  अपने प्रकाश की रेखा  तम के तट पर अंकित है …

Hindi Poem of Bhagwati Charan Verma’“Tum Sudhi ban banker baar-baar , “तुम सुधि बन-बनकर बार-बार ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

तुम सुधि बन-बनकर बार-बार -भगवतीचरण वर्मा Tum Sudhi ban banker baar-baar -Bhagwati Charan Verma तुम सुधि बन-बनकर बार-बार  क्यों कर जाती हो प्यार मुझे? फिर विस्मृति बन तन्मयता का …

Hindi Poem of Bhagwati Charan Verma’“Kuch Sun Le Kuch apne kah le , “कुछ सुन लें, कुछ अपनी कह लें ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

कुछ सुन लें, कुछ अपनी कह लें -भगवतीचरण वर्मा Kuch Sun Le Kuch apne kah le -Bhagwati Charan Verma   कुछ सुन लें, कुछ अपनी कह लें ।  जीवन-सरिता …

Hindi Poem of Dushyant Kumar’“Mapdand badlo , “मापदण्ड बदलो ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मापदण्ड बदलो – दुष्यंत कुमार Mapdand badlo – Dushyant Kumar   मेरी प्रगति या अगति का  यह मापदण्ड बदलो तुम, जुए के पत्ते-सा  मैं अभी अनिश्चित हूँ ।  मुझ …

Hindi Poem of Dushyant Kumar’“Phir kar lene do pyar priye , “फिर कर लेने दो प्यार प्रिये” Complete Poem for Class 10 and Class 12

फिर कर लेने दो प्यार प्रिये – दुष्यंत कुमार Phir kar lene do pyar priye – Dushyant Kumar   अब अंतर में अवसाद नहीं चापल्य नहीं उन्माद नहीं  सूना-सूना …