Category: Hindi Poems
दो गुलाब के फूल छू गए जब से होठ अपावन मेरे -गोपालदास नीरज Do Gulab ke phool cho gye jab se hoth apavan mere –Gopaldas Neeraj दो गुलाब के …
तुम ही नहीं मिले जीवन में -गोपालदास नीरज Tum Hi nahi mile jeevan mein –Gopaldas Neeraj पीड़ा मिली जनम के द्वारे अपयश नदी किनारे इतना कुछ मिल पाया एक …
दिया जलता रहा -गोपालदास नीरज Diya Jalta Raha –Gopaldas Neeraj जी उठे शायद शलभ इस आस में रात भर रो रो, दिया जलता रहा। थक गया जब प्रार्थना का …
मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं -गोपालदास नीरज Mein Tufano me chane ka aadi Hu –Gopaldas Neeraj मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूं.. तुम मत मेरी …
सारे जहाँ से अच्छा – काका हाथरसी Saare Jaha se Accha –Kaka Hasrati सारे जहाँ से अच्छा है इंडिया हमारा हम भेड़-बकरी इसके यह गड़ेरिया हमारा सत्ता की …
खटमल-मच्छर-युद्ध – काका हाथरसी Khatmal Macchar Yudh –Kaka Hasrati ‘काका’ वेटिंग रूम में फँसे देहरादून । नींद न आई रात भर, मच्छर चूसें खून ॥ मच्छर चूसें खून, देह …
एअर कंडीशन नेता – काका हाथरसी Air condition Neta –Kaka Hasrati वंदन कर भारत माता का, गणतंत्र राज्य की बोलो जय। काका का दर्शन प्राप्त करो, सब पाप-ताप …
अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार – काका हाथरसी Anushasanhinta Aur Bhashatachar –Kaka Hasrati बिना टिकट के ट्रेन में चले पुत्र बलवीर जहाँ ‘मूड’ आया वहीं, खींच लई ज़ंजीर खींच लई …