Category: Hindi Poems
दृढ इन चरण कैरो भरोसो -सूरदास Dridh in charno kero bharoso – Surdas दृढ इन चरण कैरो भरोसो, दृढ इन चरणन कैरो । श्री वल्लभ नख चंद्र छ्टा …
बिनु गोपाल बैरिन भई कुंजैं -सूरदास Binu Gopala Brin Bhai Kunje – Surdas बिनु गोपाल बैरिन भई कुंजैं। तब ये लता लगति अति सीतल¸ अब भई विषम ज्वाल …
जनम अकारथ खोइसि -सूरदास Janam akarth Khoisi – Surdas जनम अकारथ खोइसि रे मन, जनम अकारथ खोइसि। हरि की भक्ति न कबहूँ कीन्हीं, उदर भरे परि सोइसि॥ निसि-दिन …
दियौ अभय पद ठाऊँ -सूरदास Diyo abhya pad thaun – Surdas दियौ अभय पद ठाऊँ तुम तजि और कौन पै जाउँ। काकैं द्वार जाइ सिर नाऊँ, पर हथ …
अब मैं नाच्यौ बहुत गुपाल -सूरदास Ab Mein Nachyo bahut gupala – Surdas अब मैं नाच्यौ बहुत गुपाल। काम-क्रोध कौ पहिरि चोलना, कंठ बिषय की माल॥ महामोह के …
मधुकर! स्याम हमारे चोर -सूरदास Madhukar Swayam hamare chor – Surdas मधुकर! स्याम हमारे चोर। मन हरि लियो सांवरी सूरत¸ चितै नयन की कोर।। पकरयो तेहि हिरदय उर–अंतर …
बृथा सु जन्म गंवैहैं -सूरदास Butha su janm Gave Hein – Surdas बृथा सु जन्म गंवैहैं जा दिन मन पंछी उडि़ जैहैं। ता दिन तेरे तनु तरवर के …
आजु हौं एक एक करि टरिहौं -सूरदास Aaj Ho eke k kari tariho – Surdas आजु हौं एक-एक करि टरिहौं। के तुमहीं के हमहीं, माधौ, अपुन भरोसे लरिहौं। …