Category: Hindi Poems
राणा प्रताप की तलवार -श्यामनारायण पाण्डेय Rana Pratap ki Talwar – Shyamnarayan Pandey. चढ़ चेतक पर तलवार उठा, रखता था भूतल पानी को। राणा प्रताप सिर काट काट, करता …
कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे -मीरां Kare kare sabse bure Aodhav pyare – Meera Bai कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे॥ध्रु०॥ कारेको विश्वास न कीजे अतिसे भूल …
हरिनाम बिना नर ऐसा है -मीरां Harinam bin nar esa hein – Meera Bai हरिनाम बिना बिना नर ऐसा है। दीपकबीन मंदिर जैसा है॥ध्रु०॥ जैसे बिना पुरुखकी नारी …
अच्छे मीठे फल चाख चाख -मीरां Acche mithe phal chakh chakh – Meera Bai अच्छे मीठे फल चाख चाख, बेर लाई भीलणी। ऐसी कहा अचारवती, रूप नहीं एक …
पपइया रे, पिव की वाणि न बोल -मीरां Papiya re piv ki vani na bol – Meera Bai राग सावनी कल्याण पपइया रे, पिव की वाणिी वाणि न …
दूसरो न कोई -मीरां Dusro na koi – Meera Bai मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई।। जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई। तात मात भ्रात बंधु …
थारो विरुद्ध घेटे कैसी भाईरे -मीरां Tharo Virudh ghete kesi bhaire – Meera Bai थारो विरुद्ध घेटे कैसी भाईरे॥ध्रु०॥ सैना नायको साची मीठी। आप भये हर नाईरे॥१॥ नामा …
मोरे ललन -मीरां More Lalan – Meera Bai जागो बंसीवारे जागो मोरे ललन। रजनी बीती भोर भयो है घर घर खुले किवारे। जागो बंसीवारे जागो मोरे ललन।। गोपी …