Category: Hindi Poems
गगन दमामा बाजिया, पड्या निसानैं घाव -कबीर Gagan damama bajayi paiya insane ghav -Kabir ke dohe गगन दमामा बाजिया, पड्या निसानैं घाव । खेत बुहार्या सूरिमै, मुझ मरणे का …
रचनहार कूं चीन्हि लै, खैबे कूं कहा रोइ -कबीर Rachnhar ku chinhi le khebe ku kaha royi -Kabir ke dohe रचनहार कूं चीन्हि लै, खैबे कूं कहा रोइ । …
निरबैरी निहकामता, साईं सेती नेह -कबीर Nirberi nihkamta sai seti neh -Kabir ke dohe निरबैरी निहकामता, साईं सेती नेह । विषिया सूं न्यारा रहै, संतनि का अंग एह ॥1॥ …
कबीर’ नौबत आपणी, दिन दस लेहु बजाइ -कबीर Kabir Nobat aapani din das lehu bajai -Kabir ke dohe कबीर’ नौबत आपणी, दिन दस लेहु बजाइ । ए पुर पाटन, …
`कबीर’ मारूँ मन कूं, टूक-टूक ह्वै जाइ -कबीर Kabir maaru man ku took took hove jai -Kabir ke dohe `कबीर’ मारूँ मन कूं, टूक-टूक ह्वै जाइ । बिष की …
हरिजन सेती रूसणा, संसारी सूँ हेत -कबीर Harijan seti rusna sansari su het -Kabir ke dohe हरिजन सेती रूसणा, संसारी सूँ हेत । ते नर कदे न नीपजैं, ज्यूं …
जेता मीठा बोलणा, तेता साध न जाणि -कबीर Jeta Mitha bolna, teta sadh na jani -Kabir ke dohe जेता मीठा बोलणा, तेता साध न जाणि । पहली थाह दिखाइ …
लेखा देणां सोहरा, जे दिल सांचा होइ -कबीर Lekha dena sohra, jo dil sancha hoi -Kabir ke dohe लेखा देणां सोहरा, जे दिल सांचा होइ । उस चंगे दीवान …