Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Nayi umariya pyasi he”,”नई उमरिया प्यासी है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नई उमरिया प्यासी है  Nayi umariya pyasi he घनश्याम कहाँ जाकर बरसे, हर घाट गगरिया प्यासी है उस ओर ग्राम इस ओर नगर, चंहु ओर नजरिया प्यासी है रसभरी …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Dil me na ho jurrat to mohobbat nahi milti”,”दिल में ना हो ज़ुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिल में ना हो ज़ुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती  Dil me na ho jurrat to mohobbat nahi milti   दिल में ना हो ज़ुर्रत तो मोहब्बत नहीं मिलती ख़ैरात …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Me vidhyut me tumhe Niharu”,”मैं विद्युत् में तुम्हें निहारूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं विद्युत् में तुम्हें निहारूँ  Me vidhyut me tumhe Niharu मैं विद्युत् में तुम्हें निहारूँ नील गगन में पंख पसारूँ; दुःख है, तुमसे बिछड़ गया हूँ किन्तु तुम्हारी सुधि …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Najdikiyo me door ka manzar talash kar”,”नज़दीकियों में दूर का मंज़र तलाश कर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नज़दीकियों में दूर का मंज़र तलाश कर  Najdikiyo me door ka manzar talash kar   नज़दीकियों में दूर का मंज़र तलाश कर जो हाथ में नहीं है वो पत्थर …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Kuch tabiyat hi mili thi”,”कुछ तबीयत ही मिली थी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कुछ तबीयत ही मिली थी  Kuch tabiyat hi mili thi   कुछ तबीयत ही मिली थी ऐसी चैन से जीने की सूरत ना हुई जिसको चाहा उसे अपना ना …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Ek rubai”,”एक रुबाई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक रुबाई  Ek rubai अफ़सोस नहीं इसका हमको, जीवन में हम कुछ कर न सके, झोलियाँ किसी की भर न सके, सन्ताप किसी का हर न सके, अपने प्रति …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Me apne ikhtiyar me hu bhi nahi bhi hu”,”मैं अपने इख़्तियार में हूँ भी नहीं भी हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं अपने इख़्तियार में हूँ भी नहीं भी हूँ  Me apne ikhtiyar me hu bhi nahi bhi hu   मैं अपने इख़्तियार में हूँ भी नहीं भी हूँ दुनिया …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Yugantar”,”युगांतर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

युगांतर  Yugantar अरे युगांतर, आ जल्दी अब खोल, खोल मेरा बंधन बंधा हुआ इन जंजीरों से तड़प रहा कब से जीवन देख, कटी पाँखें कैंची से उड़ सकता न …