Category: Hindi Poems
कौरव कौन, कौन पांडव -अटल बिहारी वाजपेयी Korav kon, kon Pandav – Atal Bihari Vajpayee कौरव कौन कौन पांडव, टेढ़ा सवाल है| दोनों ओर शकुनि का फैला कूटजाल …
दूध में दरार पड़ गई -अटल बिहारी वाजपेयी Doodh mein darar pad gai – Atal Bihari Vajpayee ख़ून क्यों सफ़ेद हो गया? भेद में अभेद खो गया। बँट …
क्षमा याचना -अटल बिहारी वाजपेयी Kshama Yachna – Atal Bihari Vajpayee क्षमा करो बापू! तुम हमको, बचन भंग के हम अपराधी, राजघाट को किया अपावन, मंज़िल भूले, यात्रा …
अंतरद्वंद्व -अटल बिहारी वाजपेयी Anterdwandh – Atal Bihari Vajpayee क्या सच है, क्या शिव, क्या सुंदर? शव का अर्चन, शिव का वर्जन, कहूँ विसंगति या रूपांतर? वैभव दूना, अंतर …
जीवन की ढलने लगी साँझ -अटल बिहारी वाजपेयी Jeevan Ki Dhalne lagi Sanjh – Atal Bihari Vajpayee जीवन की ढलने लगी सांझ उमर घट गई डगर कट गई …
मौत से ठन गई -अटल बिहारी वाजपेयी Maut se than gai – Atal Bihari Vajpayee ठन गई! मौत से ठन गई! जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ …
मैं न चुप हूँ न गाता हूँ -अटल बिहारी वाजपेयी Mein Na Chup Hu Na Gata hu – Atal Bihari Vajpayee न मैं चुप हूँ न गाता हूँ सवेरा …
एक बरस बीत गया -अटल बिहारी वाजपेयी Ek Baras Beet Gya – Atal Bihari Vajpayee एक बरस बीत गया झुलसाता जेठ मास शरद चांदनी उदास सिसकी भरते सावन …