Category: Hindi Poems
अपने ही मन से कुछ बोलें -अटल बिहारी वाजपेयी Apne Hi man Se Kuch Bole – Atal Bihari Vajpayee क्या खोया, क्या पाया जग में मिलते और बिछुड़ते मग …
झुक नहीं सकते -अटल बिहारी वाजपेयी Jhuk Nahi Sakte – Atal Bihari Vajpayee टूट सकते हैं मगर हम झुक नहीं सकते सत्य का संघर्ष सत्ता से न्याय लड़ता निरंकुशता …
ऊँचाई -अटल बिहारी वाजपेयी Unchai – Atal Bihari Vajpayee ऊँचे पहाड़ पर, पेड़ नहीं लगते, पौधे नहीं उगते, न घास ही जमती है। जमती है सिर्फ बर्फ, जो, कफ़न …
पुनः चमकेगा दिनकर -अटल बिहारी वाजपेयी Punha Chamkega Dinkar – Atal Bihari Vajpayee आज़ादी का दिन मना, नई ग़ुलामी बीच; सूखी धरती, सूना अंबर, मन-आंगन में कीच; मन-आंगम में …
क़दम मिला कर चलना होगा -अटल बिहारी वाजपेयी Kadam Milkar Chalna Hoga – Atal Bihari Vajpayee बाधाएँ आती हैं आएँ घिरें प्रलय की घोर घटाएँ, पावों के नीचे …
आओ फिर से दिया जलाएँ -अटल बिहारी वाजपेयी Aao Phir Se Diya Jalayen – Atal Bihari Vajpayee आओ फिर से दिया जलाएँ भरी दुपहरी में अंधियारा सूरज परछाई …
तुम मन्द चलो -माखन लाल चतुर्वेदी Tum Mand Chalo – Makhan Lal Chaturvedi तुम मन्द चलो, ध्वनि के खतरे बिखरे मग में- तुम मन्द चलो। सूझों का पहिन …
मुझे रोने दो -माखन लाल चतुर्वेदी Mujhe Rone Do – – Makhan Lal Chaturvedi भाई, छेड़ो नहीं, मुझे खुलकर रोने दो। यह पत्थर का हृदय आँसुओं से धोने …