Category: Hindi Poems
मचल मत, दूर-दूर, ओ मानी -माखन लाल चतुर्वेदी Machal mat, door-door, or mani – Makhan Lal Chaturvedi मचल मत, दूर-दूर, ओ मानी ! उस सीमा-रेखा पर जिसके ओर …
दूबों के दरबार में -माखन लाल चतुर्वेदी Dumbo ke darbar mein – Makhan Lal Chaturvedi क्या आकाश उतर आया है दूबों के दरबार में? नीली भूमि हरी हो …
मधुर! बादल, और बादल, और बादल -माखन लाल चतुर्वेदी Madhur badal, Aur Badal, Aur Badal – Makhan Lal Chaturvedi मधुर ! बादल, और बादल, और बादल आ रहे …
इस तरह ढक्कन लगाया रात ने -माखन लाल चतुर्वेदी Is Tarha Dhakkan lagaya raan ne – Makhan Lal Chaturvedi इस तरह ढक्कन लगाया रात ने, इस तरफ़ या …
भाई, छेड़ो नही, मुझे -माखन लाल चतुर्वेदी Bhai, chodo nahi mujhe – Makhan Lal Chaturvedi भाई, छेड़ो नहीं, मुझे खुलकर रोने दो यह पत्थर का हृदय आँसुओं से …
झूला झूलै री -माखन लाल चतुर्वेदी Jhula Jhule ri – Makhan Lal Chaturvedi संपूरन कै संग अपूरन झूला झूलै री, दिन तो दिन, कलमुँही साँझ भी अब तो …
प्यारे भारत देश -माखन लाल चतुर्वेदी Pyare Bharat desh – Makhan Lal Chaturvedi प्यारे भारत देश गगन-गगन तेरा यश फहरा पवन-पवन तेरा बल गहरा क्षिति-जल-नभ पर डाल हिंडोले …
कुंज कुटीरे यमुना तीरे -माखन लाल चतुर्वेदी Kunji Kutire Yamuna tire – Makhan Lal Chaturvedi पगली तेरा ठाट! किया है रतनाम्बर परिधान, अपने काबू नहीं, और यह सत्याचरण …