Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Nida Fazli “  Kisi bhi shahar me jao”,”किसी भी शहर में जाओ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

किसी भी शहर में जाओ  Kisi bhi shahar me jao   किसी भी शहर में जाओ कहीं क़याम करो कोई फ़ज़ा कोई मंज़र किसी के नाम करो. दुआ सलाम …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Apna gam leke kahi aur na jaya jaye”,”अपना ग़म लेके कहीं और न जाया जाये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अपना ग़म लेके कहीं और न जाया जाये  Apna gam leke kahi aur na jaya jaye   अपना ग़म लेके कहीं और न जाया जाये घर में बिखरी हुई …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Kath putli he ya jeevan he”,”कठ-पुतली है या जीवन है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कठ-पुतली है या जीवन है  Kath putli he ya jeevan he   कठ-पुतली है या जीवन है जीते जाओ सोचो मत सोच से ही सारी उलझन है जीते जाओ …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Apni marji se kaha apne safar ke hum he”,”अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं  Apni marji se kaha apne safar ke hum he   अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं रुख़ …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Jitni buri kahi jati he”,”जितनी बुरी कही जाती है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जितनी बुरी कही जाती है  Jitni buri kahi jati he   जितनी बुरी कही जाती है उतनी बुरी नहीं है दुनिया बच्चों के स्कूल में शायद तुम से मिली …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Din salike se uga raat thikane se rahi”,”दिन सलीक़े से उगा, रात ठिकाने से रही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दिन सलीक़े से उगा, रात ठिकाने से रही  Din salike se uga raat thikane se rahi   दिन सलीक़े से उगा रात ठिकाने से रही दोस्ती अपनी भी कुछ …

Hindi Poem of Nida Fazli “ Jab bhi kisi ne khud ko sada di ”,”जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी Jab bhi kisi ne khud ko sada di    जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी सन्नाटों में आग लगा …

Hindi Poem of Nida Fazli “ Har ghadi khud se ulajhna he mukaddar mera ”,”हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा Har ghadi khud se ulajhna he mukaddar mera    हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा मैं ही कश्ती हूँ …