Category: Hindi Poems
एक तुम हो -माखन लाल चतुर्वेदी Ek tum ho – Makhan Lal Chaturvedi गगन पर दो सितारे: एक तुम हो, धरा पर दो चरण हैं: एक तुम हो, …
अंजलि के फूल गिरे जाते हैं -माखन लाल चतुर्वेदी Anjali ke phool gir jate hein – Makhan Lal Chaturvedi अंजलि के फूल गिरे जाते हैं आये आवेश फिरे …
उपालम्भ -माखन लाल चतुर्वेदी Upalambh – Makhan Lal Chaturvedi क्यों मुझे तुम खींच लाये? एक गो-पद था, भला था, कब किसी के काम का था? क्षुद्ध तरलाई गरीबिन, …
आज नयन के बँगले में -माखन लाल चतुर्वेदी Aaj nayan ke bangle mein – Makhan Lal Chaturvedi आज नयन के बँगले में, संकेत पाहुने आये री सखि! जी …
पुष्प की अभिलाषा -माखन लाल चतुर्वेदी Pushp Ki abhilasha – Makhan Lal Chaturvedi चाह नहीं मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ, चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को …
जलियाँवाला बाग में बसंत -सुभद्रा कुमारी चौहान Jaliyawala Bagh me basant – Subhadra Kumari Chauhan यहाँ कोकिला नहीं, काग हैं, शोर मचाते, काले काले कीट, भ्रमर का भ्रम …
व्याकुल चाह -सुभद्रा कुमारी चौहान Vyakul Chal – Subhadra Kumari Chauhan सोया था संयोग उसे किस लिए जगाने आए हो? क्या मेरे अधीर यौवन की प्यास बुझाने आए …
समर्पण -सुभद्रा कुमारी चौहान Samarpan – Subhadra Kumari Chauhan सूखी सी अधखिली कली है परिमल नहीं, पराग नहीं। किंतु कुटिल भौंरों के चुंबन का है इन पर दाग़ …