Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Bidai ”, “बिदाई” Complete Poem for Class 10 and Class 12

बिदाई -सुभद्रा कुमारी चौहान Bidai – Subhadra Kumari Chauhan   कृष्ण-मंदिर में प्यारे बंधु पधारो निर्भयता के साथ। तुम्हारे मस्तक पर हो सदा कृष्ण का वह शुभचिंतक हाथ॥ तुम्हारी …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Mere Pathik”, “मेरे पथिक” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मेरे पथिक -सुभद्रा कुमारी चौहान Mere Pathik – Subhadra Kumari Chauhan   हठीले मेरे भोले पथिक! किधर जाते हो आकस्मात। अरे क्षण भर रुक जाओ यहाँ, सोच तो लो …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Mera Geet ”, “मेरा गीत” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मेरा गीत -सुभद्रा कुमारी चौहान Mera Geet – Subhadra Kumari Chauhan   जब अंतस्तल रोता है, कैसे कुछ तुम्हें सुनाऊँ? इन टूटे से तारों पर, मैं कौन तराना गाऊँ?? …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Murjhaya phool”, “मुरझाया फूल” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मुरझाया फूल -सुभद्रा कुमारी चौहान Murjhaya phool – Subhadra Kumari Chauhan   यह मुरझाया हुआ फूल है, इसका हृदय दुखाना मत। स्वयं बिखरने वाली इसकी पंखड़ियाँ बिखराना मत॥ गुजरो …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Bhram ”, “भ्रम” Complete Poem for Class 10 and Class 12

भ्रम -सुभद्रा कुमारी चौहान Bhram – Subhadra Kumari Chauhan   देवता थे वे, हुए दर्शन, अलौकिक रूप था। देवता थे, मधुर सम्मोहन स्वरूप अनूप था॥ देवता थे, देखते ही …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Meri Tek”, “मेरी टेक” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मेरी टेक -सुभद्रा कुमारी चौहान Meri Tek – Subhadra Kumari Chauhan   निर्धन हों धनवान, परिश्रम उनका धन हो। निर्बल हों बलवान, सत्यमय उनका मन हो॥ हों स्वाधीन ग़ुलाम, …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Phool ke prati”, “फूल के प्रति” Complete Poem for Class 10 and Class 12

फूल के प्रति -सुभद्रा कुमारी चौहान Phool ke prati – Subhadra Kumari Chauhan   डाल पर के मुरझाए फूल! हृदय में मत कर वृथा गुमान। नहीं है सुमन कुंज …

Hindi Poem of Subhadra Kumari Chauhan “Priyatam se”, “प्रियतम से” Complete Poem for Class 10 and Class 12

प्रियतम से -सुभद्रा कुमारी चौहान Priyatam se – Subhadra Kumari Chauhan   बहुत दिनों तक हुई परीक्षा अब रूखा व्यवहार न हो। अजी, बोल तो लिया करो तुम चाहे …