Category: Hindi Poems
प्रतीक्षा -सुभद्रा कुमारी चौहान Pratiksha – Subhadra Kumari Chauhan बिछा प्रतीक्षा-पथ पर चिंतित नयनों के मदु मुक्ता-जाल। उनमें जाने कितनी ही अभिलाषाओं के पल्लव पाल॥ बिता दिए मैंने …
प्रभु तुम मेरे मन की जानो -सुभद्रा कुमारी चौहान Prabhu tum mere man ki jano – Subhadra Kumari Chauhan मैं अछूत हूँ, मंदिर में आने का मुझको अधिकार …
प्रथम दर्शन -सुभद्रा कुमारी चौहान Pratham Darshan – Subhadra Kumari Chauhan प्रथम जब उनके दर्शन हुए, हठीली आँखें अड़ ही गईं। बिना परिचय के एकाएक हृदय में उलझन …
नीम -सुभद्रा कुमारी चौहान Neem – Subhadra Kumari Chauhan सब दुखहरन सुखकर परम हे नीम! जब देखूँ तुझे। तुहि जानकर अति लाभकारी हर्ष होता है मुझे॥ ये लहलही …
पूछो -सुभद्रा कुमारी चौहान Poocho – Subhadra Kumari Chauhan विफल प्रयत्न हुए सारे, मैं हारी, निष्ठुरता जीती। अरे न पूछो, कह न सकूँगी, तुमसे मैं अपनी बीती॥ नहीं …
पानी और धूप -सुभद्रा कुमारी चौहान Pani Aur Dhoop – Subhadra Kumari Chauhan अभी अभी थी धूप, बरसने लगा कहाँ से यह पानी किसने फोड़ घड़े बादल के …
परिचय -सुभद्रा कुमारी चौहान Parichay – Subhadra Kumari Chauhan क्या कहते हो कुछ लिख दूँ मैं ललित-कलित कविताएं। चाहो तो चित्रित कर दूँ जीवन की करुण कथाएं॥ सूना …
झिलमिल तारे -सुभद्रा कुमारी चौहान Jhilmil Tare – Subhadra Kumari Chauhan कर रहे प्रतीक्षा किसकी हैं झिलमिल-झिलमिल तारे? धीमे प्रकाश में कैसे तुम चमक रहे मन मारे।। अपलक …