Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Tum Hamare Ho ”, “तुम हमारे हो” Complete Poem for Class 10 and Class 12

तुम हमारे हो -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Tum Hamare Ho – Suryakant Tripathi “Nirala”   नहीं मालूम क्यों यहाँ आया ठोकरें खाते हुए दिन बीते । उठा तो पर न …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Sandhya sundari”, “संध्या सुन्दरी ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

संध्या सुन्दरी -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Sandhya sundari – Suryakant Tripathi “Nirala”   दिवसावसान का समय – मेघमय आसमान से उतर रही है वह संध्या-सुन्दरी, परी सी, धीरे, धीरे, धीरे, …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Nayano ke dore laal-gulal bhare ”, “नयनों के डोरे लाल-गुलाल भरे” Complete Poem for Class 10 and Class 12

नयनों के डोरे लाल-गुलाल भरे -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Nayano ke dore laal-gulal bhare – Suryakant Tripathi “Nirala” नयनों के डोरे लाल-गुलाल भरे, खेली होली ! जागी रात सेज प्रिय …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Khula Aasman ”, “खुला आसमान” Complete Poem for Class 10 and Class 12

खुला आसमान -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Khula Aasman – Suryakant Tripathi “Nirala” बहुत दिनों बाद खुला आसमान! निकली है धूप, खुश हुआ जहान! दिखी दिशाएँ, झलके पेड़, चरने को चले …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Mad Bhare ye nalin ”, “मद भरे ये नलिन” Complete Poem for Class 10 and Class 12

मद भरे ये नलिन -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Mad Bhare ye nalin – Suryakant Tripathi “Nirala” मद – भरे ये नलिन – नयन मलीन हैं; अल्प – जल में या …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Gahan hai yah andhkar ”, “गहन है यह अंधकार” Complete Poem for Class 10 and Class 12

गहन है यह अंधकार -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Gahan hai yah andhkar – Suryakant Tripathi “Nirala” गहन है यह अंधकार; स्वार्थ के अवगुंठनों से, हुआ है लुंठन हमारा। खड़ी है …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Raje ne apni rakhvali ki ”, “राजे ने अपनी रखवाली की” Complete Poem for Class 10 and Class 12

राजे ने अपनी रखवाली की -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Raje ne apni rakhvali ki – Suryakant Tripathi “Nirala”   राजे ने अपनी रखवाली की; क़िला बनाकर रहा; बड़ी-बड़ी फ़ौजें रखीं। …

Hindi Poem of Suryakant Tripathi “Nirala” “Keshan ki Kali Ki Pichkari ”, “केशर की कलि की पिचकारी” Complete Poem for Class 10 and Class 12

केशर की कलि की पिचकारी -सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला Keshan ki Kali Ki Pichkari – Suryakant Tripathi “Nirala” केशर की, कलि की पिचकारी; पात-पात की गात सँवारी। राग-पराग-कपोल किए हैं, …