Category: Hindi Poems
हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए Har ek baat ko chup chaap kyo suna jaye हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए कभी तो हौसला …
होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है Hosh valo ko khabar kya bekhudi kya cheej he होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ …
नवीन कल्पना करो Navin kalpana karo निज राष्ट्र के शरीर के सिंगार के लिए तुम कल्पना करो, नवीन कल्पना करो, तुम कल्पना करो। अब देश है स्वतंत्र, मेदिनी स्वतंत्र …
जब किसी से कोई गिला रखना Jab kisi se koi gila rakhna जब किसी से कोई गिला रखना सामने अपने आईना रखना यूँ उजालों से वास्ता रखना शम्मा …
सरिता Sarita यह लघु सरिता का बहता जल कितना शीतल¸ कितना निर्मल¸ हिमगिरि के हिम से निकल–निकल¸ यह विमल दूध–सा हिम का जल¸ कर–कर निनाद कल–कल¸ छल–छल बहता आता …
आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी Aaj jara fursat pai thi आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी आज उसे फिर याद किया बंद गली के आख़िरी घर को खोल के …
जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं Jaha na teri mahak ho udhar na jau me जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं मेरी …
उस पार Us Paar उस पार कहीं बिजली चमकी होगी जो झलक उठा है मेरा भी आँगन । उन मेघों में जीवन उमड़ा होगा उन झोंकों में यौवन घुमड़ा …