Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Nida Fazli “  Har ek baat ko chup chaap kyo suna jaye”,”हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए  Har ek baat ko chup chaap kyo suna jaye   हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए कभी तो हौसला …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Hosh valo ko khabar kya bekhudi kya cheej hea”,”होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है  Hosh valo ko khabar kya bekhudi kya cheej he   होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है इश्क़ …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Navin kalpana karo”,”नवीन कल्पना करो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नवीन कल्पना करो  Navin kalpana karo निज राष्ट्र के शरीर के सिंगार के लिए तुम कल्पना करो, नवीन कल्पना करो, तुम कल्पना करो। अब देश है स्वतंत्र, मेदिनी स्वतंत्र …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Jab kisi se koi gila rakhna”,”जब किसी से कोई गिला रखना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जब किसी से कोई गिला रखना  Jab kisi se koi gila rakhna   जब किसी से कोई गिला रखना सामने अपने आईना रखना यूँ उजालों से वास्ता रखना शम्मा …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Sarita”,”सरिता” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सरिता  Sarita यह लघु सरिता का बहता जल कितना शीतल¸ कितना निर्मल¸ हिमगिरि के हिम से निकल–निकल¸ यह विमल दूध–सा हिम का जल¸ कर–कर निनाद कल–कल¸ छल–छल बहता आता …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Aaj jara fursat pai thi”,”आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी  Aaj jara fursat pai thi   आज ज़रा फ़ुर्सत पाई थी आज उसे फिर याद किया बंद गली के आख़िरी घर को खोल के …

Hindi Poem of Nida Fazli “  Jaha na teri mahak ho udhar na jau me”,”जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं  Jaha na teri mahak ho udhar na jau me   जहाँ न तेरी महक हो उधर न जाऊँ मैं मेरी …

Hindi Poem of Gopal Singh Nepali “Us Paar”,”उस पार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उस पार  Us Paar उस पार कहीं बिजली चमकी होगी जो झलक उठा है मेरा भी आँगन । उन मेघों में जीवन उमड़ा होगा उन झोंकों में यौवन घुमड़ा …