Category: Hindi Poems
तेरी सुधि बिन -महादेवी वर्मा Teri Sudkhi bin – Mahadevi Verma तेरी सुधि बिन क्षण क्षण सूना। कम्पित कम्पित, पुलकित पुलकित, परछाईं मेरी से चित्रित, रहने दो रज …
दीपक चितेरा -महादेवी वर्मा Deepak Chitera- Mahadevi Verma सजल है कितना सवेरा गहन तम में जो कथा इसकी न भूला अश्रु उस नभ के, चढ़ा शिर फूल फूला …
जो मुखरित कर जाती थीं -महादेवी वर्मा Jo mukhrit kar jati thi – Mahadevi Verma जो मुखरित कर जाती थीं मेरा नीरव आवाहन, मैं नें दुर्बल प्राणों की …
वे मुस्कराते फूल नहीं -महादेवी वर्मा Ve Muskrate Phool nahi – Mahadevi Verma वे मुस्कराते फूल नहीं जिनको आता है मुरझाना वे तारों के दीप नहीं जिनको भाता …
तुम मुझमें प्रिय -महादेवी वर्मा Tum Mujhme priya – Mahadevi Verma तुम मुझमें प्रिय, फिर परिचय क्या! तारक में छवि, प्राणों में स्मृति पलकों में नीरव पद की …
वे मधु दिन जिनकी स्मृतियों की -महादेवी वर्मा Ve madhu Din jinki Smritiyon ki – Mahadevi Verma वे मधु दिन जिनकी स्मृतियों की धुँधली रेखायें खोईं, चमक उठेंगे …
यह मंदिर का दीप -महादेवी वर्मा Yah Mandir ka deep – Mahadevi Verma यह मन्दिर का दीप इसे नीरव जलने दो रजत शंख घड़ियाल स्वर्ण वंशी-वीणा-स्वर, गये आरती …
मेरे दीपक -महादेवी वर्मा Mere Deepak – Mahadevi Verma मधुर-मधुर मेरे दीपक जल! युग-युग प्रतिदिन प्रतिक्षण प्रतिपल प्रियतम का पथ आलोकित कर! सौरभ फैला विपुल धूप बन मृदुल …