Category: Hindi Poems
व्यथा की रात -महादेवी वर्मा vytha ki raat – Mahadevi Verma यह व्यथा की रात का कैसा सवेरा है? ज्योति-शर से पूर्व का रीता अभी तूणीर भी है, …
नीर भरी दुःख की बदली -महादेवी वर्मा Neer bhari dukh ki badli – Mahadevi Verma मैं नीर भरी दु:ख की बदली! स्पंदन में चिर निस्पंद बसा, क्रन्दन में …
लाए कौन संदेश नए घन -महादेवी वर्मा Jaye kon sandesh naye dhan – Mahadevi Verma लाए कौन संदेश नए घन! अम्बर गर्वित, हो आया नत, चिर निस्पंद हृदय …
जीवन विरह का जलजात -महादेवी वर्मा Jeevan vihar ka jaljaat – Mahadevi Verma विरह का जलजात जीवन, विरह का जलजात! वेदना में जन्म करुणा में मिला आवास अश्रु …
सजनि कौन तम में परिचित सा -महादेवी वर्मा Sajni kon tum mein prichit sa – Mahadevi Verma सजनि कौन तम में परिचित सा, सुधि सा, छाया सा, आता? …
धूप सा तन दीप सी मैं -महादेवी वर्मा Dhoop sa tan deep si mein – Mahadevi Verma धूप सा तन दीप सी मैं! उड़ रहा नित एक सौरभ-धूम-लेखा …
हे चिर महान्! -महादेवी वर्मा He chir mahan – Mahadevi Verma हे चिर महान्! महादेवी वर्मा हे चिर महान्! यह स्वर्ण रश्मि छू श्वेत भाल, बरसा जाती रंगीन …
जाने किस जीवन की सुधि ले -महादेवी वर्मा Jane Kis Jeevan ke sudhi le – Mahadevi Verma जाने किस जीवन की सुधि ले लहराती आती मधु-बयार! रंजित कर …