Category: Hindi Poems
कवि की बरसगाँठ Kavi ki barasganth उन्तीस वसन्त जवानी के, बचपन की आँखों में बीते झर रहे नयन के निर्झर, पर जीवन घट रीते के रीते बचपन में जिसको …
इक़रारनामा Ikrarnama (शीला किणी के लिए) ये सच है जब तुम्हारे जिस्म के कपड़े भरी महफ़िल में छीने जा रहे थे उस तमाशे का तमाशाई था मैं भी …
चौपाटी का सूर्यास्त Chopati ka suryast यह रंगों का जाल सलोना, यह रंगों का जाल किरण-किरण में फहराता है नयन-नयन में लहराता है चिड़ियों-सा उड़ता आता है यह रंगों …
मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में Masjido mandiro ki duniya me मस्जिदों-मन्दिरों की दुनिया में मुझको पहचानते कहाँ हैं लोग रोज़ मैं चांद बन के आता हूँ दिन में सूरज …
एक दिन Ek din सूरज एक नटखट बालक सा दिन भर शोर मचाए इधर उधर चिड़ियों को बिखेरे किरणों को छितराये कलम, दरांती, बुरुश, हथोड़ा जगह जगह फैलाये …
तू पढ़ती है मेरी पुस्तक Tu padhti he meri pustak तू पढ़ती है मेरी पुस्तक, मैं तेरा मुखड़ा पढ़ता हूँ तू चलती है पन्ने-पन्ने, मैं लोचन-लोचन बढ़ता हूँ मै …
मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये Muhabbat me vafadari se bachiye मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये जहाँ तक हो अदाकारी से बचिये हर एक सूरत भली लगती है कुछ …
हुआ सवेरा Hua savera हुआ सवेरा ज़मीन पर फिर अदब से आकाश अपने सर को झुका रहा है कि बच्चे स्कूल जा रहे हैं नदी में स्नान करने …