Category: Hindi Poems
तुम आग पर चलो Tum aag par chalo 1) अब वह घड़ी गई कि थी भरी वसुंधरा वह घड़ी गई कि शांति-गोद थी धरा जिस ओर देखते न दीखता …
सब की पूजा एक सी Sab ki puja ek si सब की पूजा एक सी, अलग अलग हर रीत मस्जिद जाये मौलवी, कोयल गाये गीत पूजा घर में …
तारे चमके, तुम भी चमको Tare chamakte tum bhi chamko तारे चमके, तुम भी चमको, अब बीती रात न लौटेगी, लौटी भी तो एक दिन फिर यह, हम दो …
कच्चे बखिए की तरह रिश्ते उधड़ जाते हैं Kache bakhiye ki tarha rishte udhad jate he कच्चे बखिए की तरह रिश्ते उधड़ जाते हैं हर नए मोड़ पर …
इस रिमझिम में चाँद हँसा है Is rimjhim me chand hasa he 1. खिड़की खोल जगत को देखो, बाहर भीतर घनावरण है शीतल है वाताश, द्रवित है दिशा, छटा …
उठ के कपड़े बदल Uth ke kapde badal उठ के कपड़े बदल घर से बाहर निकल जो हुआ सो हुआ॥ जब तलक साँस है भूख है प्यास है …
मैं प्यासा भृंग जनम भर का Me pyasa bhrang janam bhar ka मैं प्यासा भृंग जनम भर का फिर मेरी प्यास बुझाए क्या, दुनिया का प्यार रसम भर का …
बात कम कीजे ज़ेहानत को छुपाए रहिए Baat kam kije jehanat ko chupaye rahiye बात कम कीजे ज़ेहानत को छुपाए रहिए अजनबी शहर है ये, दोस्त बनाए रहिए …