Category: Hindi Poems
ले चल वहाँ भुलावा देकर Le Chal Vahan Bhulava Dekar ले चल वहाँ भुलावा देकर मेरे नाविक ! धीरे-धीरे । जिस निर्जन में सागर लहरी, अम्बर के कानों …
दो बूँदें Do Bunde शरद का सुंदर नीलाकाश निशा निखरी, था निर्मल हास बह रही छाया पथ में स्वच्छ सुधा सरिता लेती उच्छ्वास पुलक कर लगी देखने धरा …
बीती विभावरी जाग री Biti Vibhavari Jag Ri बीती विभावरी जाग री! अम्बर पनघट में डुबो रही- तारा-घट ऊषा नागरी। खग-कुल कुल-कुल-सा बोल रहा, किसलय का अंचल डोल …
तुम कनक किरन Tum Kanak Kiran तुम कनक किरन के अंतराल में लुक छिप कर चलते हो क्यों ? नत मस्तक गर्व वहन करते यौवन के घन रस …
आत्मकथ्य Aatmkathy मधुप गुन-गुनाकर कह जाता कौन कहानी अपनी यह, मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी। इस गंभीर अनंत-नीलिमा में असंख्य जीवन-इतिहास, यह लो, करते ही …
अरुण यह मधुमय देश हमारा Arun Yah Mudhmay Desh Hamara अरुण यह मधुमय देश हमारा। जहाँ पहुँच अनजान क्षितिज को मिलता एक सहारा॥ सरल तामरस गर्भ विभा पर, …
आह ! वेदना मिली विदाई Aah Vedna Mili Vidai आह ! वेदना मिली विदाई मैंने भ्रमवश जीवन संचित, मधुकरियों की भीख लुटाई। छलछल थे संध्या के श्रमकण, आँसू-से …
सब जीवन बीता जाता है Sab Jeevan Beeta Jata hai सब जीवन बीता जाता है धूप छाँह के खेल सदॄश सब जीवन बीता जाता है समय भागता है …