Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Chah December”,”छह दिसंबर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

छह दिसंबर  Chah December   इतिहास के बहुत से भ्रमों में से एक यह भी है कि महमूद ग़ज़नवी लौट गया था लौटा नहीं था वह यहीं था सैंकड़ों …

Hindi Poem of Gopal sing Nepali “Mera dhan he swadheen kalam ”,”मेरा धन है स्वाधीन क़लम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरा धन है स्वाधीन क़लम Mera dhan he swadheen kalam  राजा बैठे सिंहासन पर, यह ताजों पर आसीन क़लम मेरा धन है स्वाधीन क़लम जिसने तलवार शिवा को दी …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Dekhta hu andhere me andhera”,”देखता हूँ अँधेरे में अँधेरा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

देखता हूँ अँधेरे में अँधेरा  Dekhta hu andhere me andhera   लाल रोशनी न होने का अँधेरा नीली रोशनी न होने के अँधेरे से अलग होता है इसी तरह …

Hindi Poem of Gopal sing Nepali “Himalaya aur hum”,”हिमालय और हम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हिमालय और हम  Himalaya aur hum (1) इतनी ऊँची इसकी चोटी कि सकल धरती का ताज यही । पर्वत-पहाड़ से भरी धरा पर केवल पर्वतराज यही ।। अंबर में …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Ghas”,”घास” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घास  Ghas   बस्ती वीरानों पर यकसाँ फैल रही है घास उससे पूछा क्यों उदास हो, कुछ तो होगा खास कहाँ गए सब घोड़े, अचरज में डूबी है घास …

Hindi Poem of Gopal sing Nepali “Meri dulhan si rato ko”,”मेरी दुल्‍हन सी रातों को …” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरी दुल्‍हन सी रातों को …  Meri dulhan si rato ko बदनाम रहे बटमार मगर, घर तो रखवालों ने लूटा मेरी दुल्‍हन सी रातों को, नौलाख सितारों ने लूटा …

Hindi Poem of Naresh Saksena “ Concrete”,” काँक्रीट” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

काँक्रीट Concrete   आपस में सट कर फूटी कलियाँ एक दूसरे के खिलने के लिए जगह छोड़ देती हैं जगह छोड़ देती हैं गिट्टियाँ आपस में चाहे जितना सटें …

Hindi Poem of Gopal sing Nepali “Prarthna bani rahi”,” प्रार्थना बनी रही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रार्थना बनी रही  Prarthna bani rahi रोटियाँ ग़रीब की प्रार्थना बनी रही एक ही तो प्रश्न है रोटियों की पीर का पर उसे भी आसरा आँसुओं के नीर का …