Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Naresh Saksena “ Girna”,”गिरना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गिरना  Girna   चीज़ों के गिरने के नियम होते हैं। मनुष्यों के गिरने के कोई नियम नहीं होते। लेकिन चीज़ें कुछ भी तय नहीं कर सकतीं अपने गिरने के …

Hindi Poem of Naresh Saksena “ Sankhyaye”,”संख्याएँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

संख्याएँ  Sankhyaye   शब्द तो आए बहुत बाद में संख्याएँ हमारे साथ जन्म से ही हैं गर्भ में जब निर्माण हो रहा था हमारी हड्डियों का रक्तकणों और कोशिकाओं …

Hindi Poem of Gopal sing Nepali “Badnam rahe batmar”,”बदनाम रहे बटमार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बदनाम रहे बटमार  Badnam rahe batmar बदनाम रहे बटमार मगर, घर तो रखवालों ने लूटा मेरी दुल्हन-सी रातों को, नौ लाख सितारों ने लूटा दो दिन के रैन बसेरे …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Sidhi”,”सीढी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सीढी  Sidhi   मुझे एक सीढ़ी की तलाश है सीढ़ी दीवार पर चढ़ने के लिए नहीं बल्कि नींव में उतरने के लिए मैं किले को जीतना नहीं उसे ध्वस्त …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Apne apne dere”,”अपने अपने डेरे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अपने अपने डेरे  Apne apne dere हैरान थी हिन्दी। उतनी ही सकुचाई लजायी सहमी सहमी सी खड़ी थी साहब के कमरे के बाहर इज़ाजत माँगती माँगती दुआ पी.ए. साहब …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Ajeeb baat”,”अजीब बात” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अजीब बात  Ajeeb baat   जगहें खत्म हो जाती हैं जब हमारी वहॉं जाने की इच्छाएं खत्म हो जाती हैं लेकिन जिनकी इच्छाएं खत्म हो जाती हैं वे ऐसी …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Darar”,”दरार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दरार  Darar   ख़त्म हुआ ईंटों के जोड़ों का तनाव प्लास्टर पर उभर आई हल्की-सी मुस्कान दौड़ी-दौड़ी चीटियाँ ले आईं अपना अन्न-जल फूटने लगे अंकुर जहाँ था तनाव वहाँ …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Kuch nahi kahte”,”कुछ नहीं कहते” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कुछ नहीं कहते  Kuch nahi kahte मैंने कहा मज़ाक बन गया है देश। उसने कहा तो तैयार हो जाओ जेल के लिए मैंने कहा मज़ाक बना दिया गया है …