Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Naresh Saksena “ Piche chuti hui chije ”,”पीछे छूटी हुई चीज़ें” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पीछे छूटी हुई चीज़ें Piche chuti hui chije    बिजलियों को अपनी चमक दिउखाने की इतनी जल्दी मचती थी कि अपनी आवाज़ें पीछे छोड़ आती थीं आवाज़ें आती थीं …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Mere bhi hatho me”,”मेरे भी हाथों में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरे भी हाथों में  Mere bhi hatho me मैं अंगूठा छाप होश तक नहीं जिसे बढ़े हुए नाखूनों का पीढ़ी दर पीढ़ी रह रहा है जो शरण में आपकी… …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Kisne kaha hoga”,”किसने कहा होगा?” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

किसने कहा होगा?  Kisne kaha hoga तुम मुझे खून मत दो मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा। ऐसा न सुभाष ने कहा न गाँधी ने। तब किसने कहा होगा? मारा मारा …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Tum vahi man ho ki koi dusre ho”,”तुम वही मन हो कि कोई दूसरे हो” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तुम वही मन हो कि कोई दूसरे हो  Tum vahi man ho ki koi dusre ho   कल तुम्हें सुनसान अच्छा लग रहा था आज भीड़ें भा रही हैं …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Beti byahi gai he”,”बेटी ब्याही गई है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बेटी ब्याही गई है  Beti byahi gai he बेटी ब्याही गई है गंगा नहा लिए हैं माता-पिता पिता आश्वस्त हैं स्वर्ग के लिये कमाया हॆ कन्यादान का पुण्य। और …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Bethe he do tile”,”बैठे हैं दो टीलें” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बैठे हैं दो टीलें  Bethe he do tile   तनिक देर और आसपास रहें चुप रहें, उदास रहें, जाने फिर कैसी हो जाए यह शाम। एक-एक कर पीले पत्तों …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Ek bachi hui khushi”,”एक बची हुई खुशी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक बची हुई खुशी  Ek bachi hui khushi एक बची खुची खुशी को थैले में डाल जब लौटता है वह उसके सहारे तो ज़िन्दगी का अगला दिन पाट देता …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Chattane”,”चट्टानें” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चट्टानें  Chattane   चट्टानें उड़ रही हैं बारूद के धुओं और धमाकों के साथ चट्टानों के कानों में भी उड़ती-उड़ती पड़ी तो थी अपने उड़ाए जाने की बात वे …