Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Manushya Shakti”,”मनुष्यशक्ति” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मनुष्यशक्ति  Manushya Shakti   कितना कोयला होगा मेरी देह में कितनी कैलोरी कितने वाट कितने जूल कितनी अश्वशक्ति (मैं इसे मनुष्यशक्ति कहूंगा) कितनी भी ठंडक हो बर्फ़ हो अंधेरा …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Machliya”,”मछलियाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मछलियाँ  Machliya   एक बार हमारी मछलियों का पानी मैला हो गया था उस रात घर में साफ़ पानी नहीं था और सुबह तक सारी मछलियाँ मर गई थीं …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Rahasya apna bhi khulta he”,”रहस्य अपना भी खुलता है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रहस्य अपना भी खुलता है  Rahasya apna bhi khulta he (एक) अच्छा ही नहीं ठीक भी लगता है बड़ी सभाओं की पिछली पंक्तियों में बैठना वहाँ से ठीक से …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Raat bhar”,”रात भर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रात भर  Raat bhar   रात भर चलती हैं रेलें ट्रक ढोते हैं माल रात भर कारख़ाने चलते हैं कामगार रहते हैं बेहोश होशमंद करवटें बदलते हैं रात भर …

Hindi Poem of Divik Ramesh “ Sunahri prithvi”,”सुनहरी पृथ्वी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुनहरी पृथ्वी  Sunahri prithvi सूरज रात-भर माँजता रहता है काली पृथ्वी को तब जाकर कहीं सुनहरी हो पाती है पृथ्वी Related posts: Hindi Poem of Ashok Vajpayee “  Adhpake …

Hindi Poem of Naresh Saksena “  Neem ki pattiya”,”नीम की पत्तियाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नीम की पत्तियाँ  Neem ki pattiya   कितनी सुन्दर होती हैं पत्तियाँ नीम की ये कोई कविता क्या बताएगी जो उन्हें मीठे दूध में बदल देती है उस बकरी …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Hakim he”,” हाक़िम हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हाक़िम हैं  Hakim he हाकिम हैं बात का बुरा क्योंकर मनाइए उनकी बला से मानिये या रूठ जाइए। घर नहीं दीवानखाने आ गए हैं आप अब उसूलन आप भी …