Category: Hindi Poems
सूर्य Surya ऊर्जा से भरे लेकिन अक्ल से लाचार, अपने भुवन भास्कर इंच भर भी हिल नहीं पाते कि सुलगा दें किसी का सर्द चूल्हा ठेल उढ़का हुआ …
रात में भी Raat me bhi रात में भी रात की सी बात नहीं है गाँव है कि गाँव में देहात नहीं है न सही उरियाँ मगर दिल में …
फूले फूल बबूल कौन सुख, अनफूले कचनार Phule phul babul kon sukh anphule kachnar फूले फूल बबूल कौन सुख, अनफूले कचनार । वही शाम पीले पत्तों की गुमसुम …
व्यक्तिगत Vyaktigat (एक संवाद ख़ुद से भी) अगर मान भी लूँ महल है यह तो भी ख़ुद चिना है मैंने इसे। गवाह है मेरा यह सिर जिसने ढोई हैं …
धूप Dhoop सर्दियों की सुबह, उठ कर देखता हूँ धूप गोया शहर के सारे घरों को जोड़ देती है ग़ौर से देखें अगरचे धूप ऊँचे घरों के साये …
जीवन Jeevan (एक) कहाँ है जीवनदायिनी वह कूची चितेरे की श्लोकों के मौन संगीत में देखो तो लौट रहीं टहनियाँ हरी हरी लौट रहा काफिला ठूँठों का वृक्षों की …
मुर्दे Murde मरने के बाद शुरू होता है मुर्दों का अमर जीवन दोस्त आएँ या दुश्मन वे ठंडे पड़े रहते हैं लेकिन अगर आपने देर कर दी तो …
हमारा कबूतर Hamara kabutar रह तो बहुत दिनों से रहा है कबूतर शॉफ़्ट के एक कोने में हमारे घर की । और उसका परिवार भी जब-तब फड़फड़ा लेता है …