Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Divik Ramesh “Mene kaha haa”,” मैंने कहा – हाँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैंने कहा – हाँ  Mene kaha haa बहुत नशेड़ी होकर भी चाह रहा था समुद्र मॆं पीता रहूँ । पीता रहूँ बैठा गोवा के तट पर । नशे में …

Hindi Poem of Nander Sharma “  Ashadh”,”आषाढ़” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आषाढ़  Ashadh   पकी जामुन के रँग की पाग बाँधता आया लो आषाढ़! अधखुली उसकी आँखों में झूमता सुधि मद का संसार, शिथिल-कर सकते नहीं संभाल खुले लम्बे साफे …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Patni to nahi he na hum aapki”,”पत्नी तो नहीं हैं न हम आपकी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पत्नी तो नहीं हैं न हम आपकी  Patni to nahi he na hum aapki नहीं लिखा गया तो एक ओर रख दिया कागज बंद कर दिया ढक्कन पेन का …

Hindi Poem of Nander Sharma “  Prayag”,”प्रयाग” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रयाग  Prayag   १ मैं बन्दी बन्दी मधुप, और यह गुंजित मम स्नेहानुराग, संगम की गोदी में पोषित शोभित तू शतदल प्रयाग! विधि की बाहें गंगा-यमुना तेरे सुवक्ष पर …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Pankh”,”पँख” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पँख  Pankh दरवाजा शायद खुला रह गया है इसी राह से आया होगा उड़कर यह खूबसूरत पंख! खिड़कियां तो सभी बंद हैं। शायद सामने वाले पेड़ पर कोई नया …

Hindi Poem of Divik Ramesh “Pujna chahta hu kisi avtar ki tarha”,”पूजना चाहता हूँ किसी अवतार की तरह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पूजना चाहता हूँ किसी अवतार की तरह Pujna chahta hu kisi avtar ki tarha  भीड़ भी तो नहीं कह सकता इसे! माना, न ये लाद कर लाए गए हैं …

Hindi Poem of Nander Sharma “  Aaj ke bichude na jane kab milenge”,”आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे  Aaj ke bichude na jane kab milenge   आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे? आज से दो प्रेम योगी, अब वियोगी …