Category: Hindi Poems
सलमा चाची Salma chachi पड़ोस में ही रहती हैं सलमा चाची और चाची की जुबान में तीन-तीन सांडनी-सी बेटियाँ। सलमा चाची हमने तो सुना नहीं कभी याद भी करती …
ध्रुव तारा Dhruv tara एक लघु विश्वास का तारा सदा उत्तर में उगा रहता किसी भी प्रश्न के जो छोड जाती कूल पर आकाश के तम-वाहिनी आलोक की …
माँ गाँव में है Maa gaun me he चाहता था आ बसे माँ भी यहाँ, इस शहर में। पर माँ चाहती थी आए गाँव भी थोड़ा साथ में जो …
पीले मील Pile mil खिली सरसों, आँख के उस पार, कितने मील पीले हो गए? अंकुरों में फूट उठता हर्ष, डूब कर उन्माद में प्रति वर्ष, पूछता है …
सम्बन्ध Sambandh सोचता हूँ न होतीं अगर खड़ी ये संबंधों की दीवारें मेरी हिमायत में.. तो झड़ चुके होते तमाम-तमाम संबोधन कभी के ढह ही चुका होता कब का …
यात्री-मन Yatri man छल-छलाई आँखों से जो विवश बाहर छलक आए होंठ ने बढ़कर वही आँसू सुखाए सिहरते चिकने कपोलों पर किस अपरिभाषित व्यथा की टोह लेती उंगलियों …
रूपांतर Rupantar गिरती हुई धारों को तेज़ हवा के झोंके फुहारों में बदल देते हैं, दृश्य से परे देर तक लहराती रहती हैं, धारों को काटती हुई फुहारें …
यादव जी ! Yadav ji मोह तो त्यागना पड़ता है पुरानी से पुरानी पुस्तकों-पत्रिकाओं का भी एक उम्र होने पर! काश पुस्तकें-पत्रिकाएँ भी जायदाद हुई होतीं हुई होतीं जेवरात …