Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Dinesh Singh “Kab tak fulogi”,”कब तक फूलोगी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कब तक फूलोगी  Kab tak fulogi ओ, आँगन की बेल भला तुम कब तक फूलोगी? बिटिया ने पूछा- जल्दी-जल्दी कैसे बढ़ती हो? तुम पकड़ तने को जकड़, पेड़ पर …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “ Saanjh 5”,”साँझ-5” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-5  Saanjh 5   करूणा की गहरी धारा, अभिलाषाआें की आँधी। मैंने पलकों में रोकी, मैंने सासों से बाँधी।।६१।। कोमलता बनी कहानी, मैं निष्ठुरता से हारा। किन शैलों से …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Hum dehri darvaje”,”हम देहरी-दरवाज़े !” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हम देहरी-दरवाज़े !  Hum dehri darvaje राजपाट छोड़कर गए राजे-महाराजे हम उनके कर्ज पर टिके देहरी-दरवाजे चौपड़  ना बिछी पलंग पर मेज़ पर बिछी पैरों पर चाँदनी बिछी सेज …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 4”,”साँझ-4” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-4  Saanjh 4   उत्सुक नयनों से देखा, सपनों का लिया सहारा। पर मिला नहीं उस छिव का, कोई भी कूल-किनारा।।४६।। कोमल कोमल पंखुरियाँ, लिपटीं थीं भोलेपन से। विह्वल …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Prashan yah he”,”प्रश्न यह है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रश्न यह है  Prashan yah he प्रश्न यह है- भरोसा किस पर करें एक नंगी पीठ है सौ चाबुकें बचाने वाले कभी के जा चुके हम डरें भी तो …

Hindi Poem of Jagdish Gupt “  Saanjh 3”,”साँझ-3” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साँझ-3  Saanjh 3   किलयों के कर से जैसे, प्याली मरंद की छलकी। मेरे प्राणों में गँूजी, रूनझुन रूनझुन पायल की।।३१।। स्वगंर्ंगा की लहरों में, शशि ने छिप जाना …

Hindi Poem of Dinesh Singh “Bhul gye”,”भूल गए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भूल गए  Bhul gye जाने कैसे हुआ कि प्रिय की पाती पढ़ना भूल गए दायें-बायें की भगदड़ में आगे बढ़ना भूल गए नित फैशन की नये चलन की रोपी …