Category: Hindi Poems
जय हो गणेश Jay ho Ganesh जय हो गनेश, प्रथम तुमका मनाय लेई, कारज के सारे ही विघ्न टल जायेंगे! नाहीं तो देवन के दफ़्तर में गुजर नहीं, …
बहुत याद आती है Bahut yaad aati he जब चाँद तले चुपचाप बैठ जाती हूँ, चुपचाप अकेली और अनमनी होकर, कोई पंथी ऊँचे स्वर से गा उठता, उस …
ओ नटवर O nagvar दुनिया के देव सब देवत हैं माँगन पे, और तुम अनोखे, खुदै मँगिता बनि जात हो! अपने सबै धरम-करम हमका समर्पि देओ, गीता में …
कैसा नाम तुम्हारा! Kesa naam tumhara बिना तुम्हारी खबर लिये औ’बिना तुम्हारा नाम पुकारे, मैंने इस आजन्म कैद के कैसे इतने साल गुज़ारे! बिना कहे कैसे बीतीं,इतने लंबे …
सागर-कन्या Sagar kanya सागर की कन्या, विष बंधु तेहि नाते सों, ताही सों बहिनी है रंभा अरु वारुणी, वाके पिये होत मद, इह का पाये ही होत कितै …
क्या लाई हूँ! Kya lai hu क्या लाई हूँ अतीत से अपने साथ बाँध, थोडे से अपनेपन के साथ परायापन, कुछ मुस्काने कुछ उदासियाँ, हर जगह साथ चलता …
काहे सरमाति है! Kahe sarmati he दूध-जल कोऊ लाय तुमका समर्पि देय, नाँगेँ बैठ जहाँ-तहाँ तुरतै न्हाय लेत हो! लाज करौ कुछू ज्वान लरिकन के बाप भये, ह्वै …
ओ, मधुर मधुमास O madhur madhumas जल रहे हैं ढाक के वन लाल फूलों के अँगारों से दहकते! हहरती वनराजि, तुम आये वसन्त सिंगार सज कर, पुष्प-बाणों को …