Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Aangan”,”आँगन” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आँगन  Aangan बरसों के बाद उसी सूने- आँगन में जाकर चुपचाप खड़े होना रिसती-सी यादों से पिरा-पिरा उठना मन का कोना-कोना कोने से फिर उन्हीं सिसकियों का उठना फिर …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Ek vakya”,”एक वाक्य” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक वाक्य  Ek vakya चेक बुक हो पीली या लाल, दाम सिक्के हों या शोहरत – कह दो उनसे जो ख़रीदने आये हों तुम्हें हर भूखा आदमी बिकाऊ नहीं …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Sabut aaine”,”साबुत आईने” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साबुत आईने  Sabut aaine इस डगर पर मोह सारे तोड़ ले चुका कितने अपरिचित मोड़ पर मुझे लगता रहा हर बार कर रहा हूँ आइनों को पार दर्पणों में …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “ Uplabdhi”,”उपलब्धि” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उपलब्धि  Uplabdhi मैं क्या जिया? मुझको जीवन ने जिया – बूँद-बूँद कर पिया, मुझको पीकर पथ पर ख़ाली प्याले-सा छोड़ दिया मैं क्या जला? मुझको अग्नि ने छला – …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Utari sham”,”उतरी शाम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उतरी शाम  Utari sham झुरमुट में दुपहरिया कुम्हलाई खोतों पर अँधियारी छाई पश्चिम की सुनहरी धुंधराई टीलों पर, तालों पर इक्के दुक्के अपने घर जाने वालों पर धीरे-धीरे उतरी …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Uttar nahi hu”,”उत्तर नहीं हूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उत्तर नहीं हूँ  Uttar nahi hu उत्तर नहीं हूँ मैं प्रश्न हूँ तुम्हारा ही! नये-नये शब्दों में तुमने जो पूछा है बार-बार पर जिस पर सब के सब केवल …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Anjuri bhar dhoop”,”अँजुरी भर धूप” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अँजुरी भर धूप  Anjuri bhar dhoop आँजुरी भर धूप-सा मुझे पी लो! कण-कण मुझे जी लो! जितना हुआ हूँ मैं आज तक किसी का भी – बादल नहाई घाटियों …

Hindi Poem of Dharamvir Bharti “Kya inka koi arth nahi”,”क्या इनका कोई अर्थ नहीं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

क्या इनका कोई अर्थ नहीं  Kya inka koi arth nahi ये शामें, सब की शामें… जिनमें मैंने घबरा कर तुमको याद किया जिनमें प्यासी सीपी-सा भटका विकल हिया जाने …