Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Balkrishan Rao “ Garmiyo ki sham ”,”गरमियों की शाम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गरमियों की शाम  Garmiyo ki sham   आँधियों ही आँधियों में उड़ गया यह जेठ का जलता हुआ दिन, मुड़ गया किस ओर, कब सूरज सुबह का गदर की …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Sandhya aaj udas he”,”संध्या आज उदास है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

संध्या आज उदास है  Sandhya aaj udas he पहले शिशु के मृत्युशोक से भरी हुई कोई माँ आँगन में बैठी खोई-सी वैसे ही बस संध्या आज उदास है रंग …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Tu chanda me chandni, tu taruvar me shakha re ”,”तू चंदा मैं चांदनी, तू तरुवर मैं शाख रे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तू चंदा मैं चांदनी, तू तरुवर मैं शाख रे  Tu chanda me chandni, tu taruvar me shakha re   तू चंदा मैं चांदनी, तू तरुवर मैं शाख रे तू …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “Deh ke Mastul”,”देह के मस्तूल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

देह के मस्तूल  Deh ke Mastul अंजुरी-जल में प्रणय की अर्चना के फूल डूबे । ये अमलतासी अँधेरे, और कचनारी उजेरे, आयु के ऋतुरंग में सब चाह के अनुकूल …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Mujhko bhi radha bana le nandlal ”,”मुझको भी राधा बना ले नंदलाल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुझको भी राधा बना ले नंदलाल  Mujhko bhi radha bana le nandlal   मुझको भी राधा बना ले नंदलाल हो नंदलाल, रे नंदलाल संग संग चढ़ाऊँगी नंदजी की गैयाँ …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Sandhya aaj prasann he”,”संध्या आज प्रसन्न है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

संध्या आज प्रसन्न है  Sandhya aaj prasann he पहले शिशु के जन्म-दिवस पर शकुर भरी कोई माँ पलना झुलवाए फूली-सी वैसे ही बस संध्या आज प्रसन्न है पश्चिम के …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Shishuo ke liye kavitaye 3”,”शिशुओं के लिए कविताएँ-3” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शिशुओं के लिए कविताएँ-3  Shishuo ke liye kavitaye 3   कंधे पर बंदूक चढ़ा कर, ज्यों ही चला सिपाही । थर-थर लगा काँपने दुश्मन, शामत आई! शामत आई!! चाचा …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “Patal patal he”,”पाटल-पाटल है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पाटल-पाटल है  Patal patal he किसी के स्पर्शों से मेरी देह सब पाटल-पाटल है । प्राण में जली प्रणय की लौ काम्य कौमार्य कपूर हुआ, आरती श्वास, रोम अक्षत …