Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Palkar rakh na use hath ke chale jesa”,”पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा  Palkar rakh na use hath ke chale jesa पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा देर तक दुख को नहीं …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “Gazal ho gai”,”गज़ल हो गई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गज़ल हो गई  Gazal ho gai गज़ल हो गई याद आयी, तबीयत विकल हो गई. आँख बैठे बिठाये सजल हो गई. भावना ठुक न मानी, मनाया बहुत बुद्धि थी …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Shishuo ke liye kavitaye 1 ”,”शिशुओं के लिए कविताएँ-1” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शिशुओं के लिए कविताएँ-1  Shishuo ke liye kavitaye 1 तितली करती ताथा थैया, भँवरा करता गुन गुन गुन । खिलकर हँसते फूल हमेशा, कलियाँ कहतीं हमे न चुन ।। …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “ Sara desh hamara ”,”सारा देश हमारा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सारा देश हमारा  Sara desh hamara   केरल से कारगिल घाटी तक गोहाटी से चौपाटी तक सारा देश हमारा जीना हो तो मरना सीखो गूंज उठे यह नारा सारा …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Mukatak”,”मुक्तक” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुक्तक  Mukatak कौन कहता है भली होती है? हर बुराई में ढली होती है एक जीवन को नरक से जोड़े वारुणी ही वो गली होती है । मिलते जुलते …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “ Naujawan aao re ”,”नौजवान आओ रे !” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नौजवान आओ रे !  Naujawan aao re   नौजवान आओ रे, नौजवान गाओ रे ।। लो क़दम बढ़ाओ रे, लो क़दम मिलाओ रे ।। ऐ वतन के नौजवान, इक …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Aksharo ki archana”,”अक्षरों की अर्चना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अक्षरों की अर्चना  Aksharo ki archana अक्षरों की अर्चना आयु भर हम अक्षरों की अर्चना करते रहें. छंद में ही काव्य की नव सर्जना करते रहें.. स्वर मिले वह …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Mere Desh ke Lal ”,”मेरे देश के लाल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरे देश के लाल  Mere Desh ke Lal   पराधीनता को जहाँ समझा श्राप महान कण-कण के खातिर जहाँ हुए कोटि बलिदान मरना पर झुकना नहीं, मिला जिसे वरदान …