Category: Hindi Poems
पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा Palkar rakh na use hath ke chale jesa पालकर रख न उसे हाथ के छाले जैसा देर तक दुख को नहीं …
गज़ल हो गई Gazal ho gai गज़ल हो गई याद आयी, तबीयत विकल हो गई. आँख बैठे बिठाये सजल हो गई. भावना ठुक न मानी, मनाया बहुत बुद्धि थी …
शिशुओं के लिए कविताएँ-1 Shishuo ke liye kavitaye 1 तितली करती ताथा थैया, भँवरा करता गुन गुन गुन । खिलकर हँसते फूल हमेशा, कलियाँ कहतीं हमे न चुन ।। …
सारा देश हमारा Sara desh hamara केरल से कारगिल घाटी तक गोहाटी से चौपाटी तक सारा देश हमारा जीना हो तो मरना सीखो गूंज उठे यह नारा सारा …
मुक्तक Mukatak कौन कहता है भली होती है? हर बुराई में ढली होती है एक जीवन को नरक से जोड़े वारुणी ही वो गली होती है । मिलते जुलते …
नौजवान आओ रे ! Naujawan aao re नौजवान आओ रे, नौजवान गाओ रे ।। लो क़दम बढ़ाओ रे, लो क़दम मिलाओ रे ।। ऐ वतन के नौजवान, इक …
अक्षरों की अर्चना Aksharo ki archana अक्षरों की अर्चना आयु भर हम अक्षरों की अर्चना करते रहें. छंद में ही काव्य की नव सर्जना करते रहें.. स्वर मिले वह …
मेरे देश के लाल Mere Desh ke Lal पराधीनता को जहाँ समझा श्राप महान कण-कण के खातिर जहाँ हुए कोटि बलिदान मरना पर झुकना नहीं, मिला जिसे वरदान …