Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Chandrasen Virat “Yah desh hamara ”,”यह देश हमारा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

यह देश हमारा Yah desh hamara  यह देश हमारा इस विश्व के गगन के सितारों का सितारा ये देश हमारा ये विंध्य ये हिमालय गंगोजमन कहाँ ऐसी धरा कहाँ …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Apni Gandh Nahi Bechunga ”,”अपनी गंध नहीं बेचूंगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अपनी गंध नहीं बेचूंगा  Apni Gandh Nahi Bechunga   चाहे सभी सुमन बिक जाएं चाहे ये उपवन बिक जाएं चाहे सौ फागुन बिक जाएं पर मैं गंध नहीं बेचूंगा- …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Mukatikaye likhe”,”मुक्तिकाएँ लिखें” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुक्तिकाएँ लिखें  Mukatikaye likhe मुक्तिकाएँ लिखें मुक्तिकाएँ लिखें दर्द गायें लिखें.. हम लिखें धूप भी हम घटाएँ लिखें.. हास की अश्रु की सब छटाएँ लिखें.. बुद्धि की छाँव में …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “ Jo Kutilta se jiyenge ”,”जो कुटिलता से जियेंगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जो कुटिलता से जियेंगे  Jo Kutilta se jiyenge   छीनकर छ्लछंद से हक पराया मारकर अम्रित पिया तो क्या पिया? हो गये बेशक अमर जी रहे अम्रित उमर लेकिन …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “ Prasang galat he”,”प्रसंग ग़लत है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रसंग ग़लत है  Prasang galat he दिया गया संदर्भ सही पर अवसर और प्रसंग ग़लत है । भाव, अमूर्त और अशरीरी वह अनुभव की वस्तु रहा है चित्र न …

Hindi Poem of Balkavi Beragi “ Ganne mere bhai  ”,”गन्ने मेरे भाई!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गन्ने मेरे भाई! Ganne mere bhai    इक्ष्वाकु वंश के आदि पुरुष गन्ने! मेरे भाई!! रेशे-रेशे में रस और रग-रग में मिठास का जस रखोगे तो प्यारे भाई गन्ने! …

Hindi Poem of Chandrasen Virat “Chand ki avdharana”,”छंद की अवधारणा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

छंद की अवधारणा Chand ki avdharana  छंद की अवधारणा फूल में जैसे बसी है गंध की अवधारणा. गीत में वैसे रही लय छंद की अवधारणा.. एक तितली चुम्बनों ही …

Hindi Poem of Ashok Vajpayee “  Pathhara Vaktavya ”,”पथहारा वक्तव्य” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पथहारा वक्तव्य  Pathhara Vaktavya   हमें पता था कि खाली हाथ और टूटे हथियार लिए शिविर में लौटना होगा: यह भी कि हम जैसे लोग कभी जीत नहीं पाए- …