Category: Hindi Poems
अख़बार Akhbar अपराधों के ज़िला बुलेटिन हुए सभी अख़बार सत्यकथाएँ पढ़ते-सुनते देश हुआ बीमार । पत्रकार की क़लमें अब फ़ौलादी कहाँ रहीं अलख जगानेवाली आज मुनादी कहाँ रही? मात …
चींटी Chinti चीटियाँ इतिहास में नहीं होती: उनकी कतारें उसके भूगोल के आरपार फैल जाती हैं; किसी चींटी अपनी नन्हीं सी काया पर इतिहास की धूल पड़ने देती …
चन्द्रमा Chandrama चौरा पर साँझ दीप बारि कें पूजा सँ प्यार बनल चन्द्रमा राति जेकर ठाँढि धेने ठाढि अछि गाछ सिंगरहार बनल चन्द्रमा । काँच बाँस बान्हल आकाशदीप बिहुँसल …
मौत की ट्रेन में दिदिया Maut ki train me didiya ट्रेन के बरामदे में खड़े लोग बाहर की ओर देखते हैं पर न तो जल्दी ही उतरने और …
पण्डवानी Pandavani एक था राजा, एक थी रानी मेरी तेरी है पण्डवानी । राजा राजजात का भेड़ा रानी थी बेताल पचीसी राजा की दाढ़ी में तिनका रानी ख़तरनाक मकड़ी-सी …
वह नहीं कहती Vah nahi kahti उसने कहा उसके पास एक छोटा सा हृदय है जैसे धूप कहे उसके पास थोड़ी सी रौशनी है आग कहे उसके पास …
गुमसुम तकै छी Gumsum take chi राति-दिन थर-थर कँपइए पानि हम गुमसुम तकै छी । आइना केर वैह पुरना बानि हम गुमसुम तकै छी । भीत पर उखरल अहाँ …
एक बार जो Ek baar jo एक बार जो ढल जाएंगे शायद ही फिर खिल पाएंगे। फूल शब्द या प्रेम पंख स्वप्न या याद जीवन से जब छूट …