Category: Hindi Poems
चाँद के चूरे Chand ke Chure बजते हैं तैमूर-तमूरे नए वक़्त के ढहे कँगूरे। पीते मुगली घुट्टी, खाते बिरियानी बाबरनामे की कहाँ-कहाँ से रकबा अपना नक़ल ढूँढ़ते बैनामे की …
वे बच्चे Ve bache प्रार्थना के शब्दों की तरह पवित्र और दीप्त वे बच्चे उठाते हैं अपने हाथ¸ अपनी आंखें¸ अपना नन्हा–सा जीवन उन सबके लिए जो बचाना …
काँटक बन मे Kantak ban me लहुआ लिधुर भेल फूलक सपना काँटक बन मे । टोलक टोल बबूर फुलायल छटपट करइछ आमक पखिना काँटक बन मे । छूटि धनुष …
सड़क पर एक आदमी Sadak par ek aadmi वह जा रहा है सड़क पर एक आदमी अपनी जेब से निकालकर बीड़ी सुलगाता हुआ धूप में– इतिहास के अंधेरे …
एक किरन भोर की Ek kiran bhor ki एक किरन भोर की उतराई आँगने । रखना इसको सँभाल कर, लाया हूँ माँग इसे सूरज के गाँव से अँधियारे का …
बच्चे एक दिन Bache ek din बच्चे अंतरिक्ष में एक दिन निकलेंगे अपनी धुन में, और बीनकर ले आयेंगे अधखाये फलों और रकम-रकम के पत्थरों की तरह कुछ …
गामक लोक Gamak lok बैरङ चिट्ठी जकाँ फिरैए गामक लोक । कस्तूरी मृग जकाँ मरैए गामक लोक । महानगर अपराध करय बुधियार बनल आ जरिमाना तकर भरैए गामक लोक …
अधपके अमरूद की तरह पृथ्वी Adhpake amrud ki tarah prithvi खरगोश अँधेरे में धीरे-धीरे कुतर रहे हैं पृथ्वी । पृथ्वी को ढोकर धीरे-धीरे ले जा रही हैं चींटियाँ …