Category: Hindi Poems
हर लेती हैं बेटियाँ Har leti he betiya सहती रहती रात-दिन, तरह-तरह के तीर हर लेती हैं बेटियाँ, घर-आँगन की पीर । सौदागर इस देश के, रहते मद …
जाड़े में पहाड़ (नवगीत) Jade me pahad, Navgeet फिर हिमालय की अटारी पर उतर आए हैं परेबा मेघ हंस जैसे श्वेत भींगे पंखवाले । दूर पर्वत पार से मुझको …
चानन गाछ बनल छी Chanan gach banan chi चारू कात बसैए विषधर पोरे-पोर डसल छी एहि बिखाह जंगल मे हमही चानन गाछ बनल छी । खेत पथार धान उपटा …
करे कोशिश अगर इन्सान तो क्या-क्या नहीं मिलता Kare koshish agar insane to kya kya nahi milta करे कोशिश अगर इन्सान तो क्या-क्या नहीं मिलता वो उठकर चल …
उत्तम-पुरुष Uttam Purush दिल में राज़ दफ़न रखता है उँगली में धड़कन रखता है। पूछो मत तासीर जुनूँ की सिर पर बाँध कफ़न रखता है। वह मड़ई का राजकुँवर …
तेरा हर लफ्ज़ मेरी रूह को छूकर निकलता है Tera har lafz meri ruh ko chukar nikalta he तेरा हर लफ्ज़ मेरी रूह को छूकर निकलता है. तू …
देश-राग Desh-Raag (१) कितनी सुन्दर है यह धरती। हर ऋतु नव परिधान पहन कर प्रकृति नटी है नर्तन करती। गाती मधुर गीत उत्सव के सजती पुष्पों से,पर्णों से प्राची …
वक़्त जीवन में ऐसा न आये कभी Waqt jeevan me esa na aaye kabhi वक़्त जीवन में ऐसा न आये कभी ख़त किसी के भी कोई जलाये कभी …