Category: Hindi Poems
जी भर रोया Ji bhar roya रोज एक परिजन को खोया पाकर लम्बी उमर आज मैं जी भर रोया। जिनके साथ उठा-बैठा पर्वत-शिखरों पर उनको आया सुला दहकते अंगारों …
दुनिया को नई राह दिखने के वास्ते Duniya ko nai rah dikhane ke vaste दुनिया को नई राह दिखने के वास्ते शूली पे छाडे कोन ज़माने के वास्ते …
हिन्दी अधिकारी Hindi Adhikari पीर बवर्ची भिश्ती खर हैं कहने को हम भी अफ़सर हैं । सौ-सौ प्रश्नों की बौछारें एक अकेले हम उत्तर हैं ।। इसके आगे,उसके आगे …
हर एक राज़ कह दिया बस एक जवाब ने Har ek Raz kah diya bas ek jwab ne हर एक राज़ कह दिया बस एक जवाब ने हमको सिखाया …
कश्मीरी पगडंडी Kashmiri pagdandi कभी उचककर क्षितिज चूमती कभी रसातल के पग छूती कितनी दूर अभी जाएगी अजगर-सी टेढ़ी-मेढ़ी मेरी पगडंडी! वादी की सुरमई घाटियाँ गातीं लाजू झूम, कुसुम …
ज़िन्दगी का ज़िन्दगी से वास्ता जिंदा रहे Jindagi ka Jindagi se basta jinda rahe ज़िन्दगी का ज़िन्दगी से वास्ता जिंदा रहे हम रहें जब तक हमारा हौसला जिंदा …
जो खींच रहे माल उन्हीं का वसंत है Jo kinch rahe maal unhi ka vasant he जो खींच रहे माल उन्हीं का वसंत है मोटी है जिनकी खाल …
लौट आओ Lot Aao गिर रहे पत्ते चिनारों के, छतों पर सेब के बागान की किस्मत जगेगी लौट आओ,जंग से भागे परेबो मंदिरों की मूरतें हँसने लगेंगी । लौट …