Category: Hindi Poems
बाबो रेस्टूरेंट Babo restaurant बाबो रेस्टूरेंट! यह कौन सी बला है पूछता है कासागर जिसके वृद्ध पिता का अभी-अभी इंतकाल हुआ था जो मिट्टी के खिलौने बेचने शहर …
प्यार पंछी,सोच पिंजरा Pyar panchi, soch pinjra प्यार पंछी सोच पिंजरा दोनों अपने साथ हैं, एक सच्चा, एक झूठा, दोनों अपने साथ हैं, आसमाँ के साथ हमको ये जमीं …
हाज़ी अली Hazi Ali खुले आसमान में टंगे हुये लोगों के बीच काशी की स्मृति पर ओठंघा हुआ मैं अचानक जब जगा तब पाया कि एक मज़ार के …
दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगे Dua karo ki ye paudha sada hara hi lage दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगे उदासियों से …
वो घर भी कोई घर है जहाँ बच्चियाँ न हों Vo ghar bhi koi ghar he jaha bachiya na ho वो शाख़ है न फूल, अगर तितलियाँ न हों …
रेत झरझर Ret Jharjhar रेत झरझर बह रही है नदी महमह कर रही है धार पुलकित धाह देती फूटने को आकुल है किया जो तनिक-सा स्पर्श रोमछिद्र धधक …
रात आँखों में ढली पलकों पे जुगनूँ आए Raat aankho me dhaki palko pe junu aaye रात आँखों में ढली पलकों पे जुगनूँ आए हम हवाओं की तरह जाके …
कुछ तो मजबूरियाँ रही होगी Kuch to majburiya rahi hongi कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी, यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता। तुम मेरी ज़िन्दगी हो, ये सच है, ज़िन्दगी का …