Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “ Ghurfekan lohar”,”घुरफेकन लोहार” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घुरफेकन लोहार Ghurfekan lohar   अपने कंघे पर टँगारी को लादे जाता घुरफेकन लोहार हमारे लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण नागरिक है जब वह चलता हैं हमारे लोकतंत्र का सबसे …

Hindi Poem of Bashir Badra “ Raat ke saath raat leti thi”,”रात के साथ रात लेटी थी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रात के साथ रात लेटी थी  Raat ke saath raat leti thi रात के साथ रात लेटी थी सुबह एक पालने में रोती थी याद की बर्फपोश टहनी पर …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Dupatta”,”दुपट्टा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दुपट्टा  Dupatta   दुपट्टा लहरा रहा है शानदार हवा चल रही है तेज़ बादल बरसने को हैं मौसम रहा है लगातार बदल  तय करना कठिन है दुपट्टा क्यों लहरा …

Hindi Poem of Bashir Badra “ Tera haath mere kandhe”,”तेरा हाथ मेरे काँधे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

तेरा हाथ मेरे काँधे  Tera haath mere kandhe तेरा हाथ मेरे काँधे पे दर्या बहता जाता है कितनी खामोशी से दुख का मौसम गुजरा जाता है नीम पे अटके …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Adhrya”,”अर्ध्य” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अर्ध्य  Adhrya   चांद निकल आया यही तो कहा था उस रात जब माध की चौथ को तुम अर्ध्य दे रही थी तुम्हारे लिये चांद का यह निकलना पुतलियों …

Hindi Poem of Bashir Badra “Sath chalte aa rahe he pas aa sakte nahi”,”साथ चलते आ रहे हैं पास आ सकते नहीं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साथ चलते आ रहे हैं पास आ सकते नहीं  Sath chalte aa rahe he pas aa sakte nahi साथ चलते आ रहे हैं पास आ सकते नहीं इक नदी …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Ret me sham”,”रेत में शाम” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रेत में शाम  Ret me sham   चल पड़ी नाव धीरे-धीरे फिर संध्या आई नदी नाव संयोग हुआ अब मन में बालू की आकृतियाँ छाई टूटा तारा टूटी लहरें …