Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bashir Badra “Chand sher”,”चंद शेर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चंद शेर  Chand sher उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये । ज़िन्दगी तूने मुझे कब्र से कम …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Ret me subah”,”रेत में सुबह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रेत में सुबह  Ret me subah   सुबह बेला एक मुटठी रेत में उठता हुआ वह एक तिनका चमक उठता है चांदनी सदृश एक बूंद ओस के साथ सुदूर …

Hindi Poem of Bashir Badra “Ye chirag benazar he ye sitare bezuba he ”,”ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है Ye chirag benazar he ye sitare bezuba he  ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है अभी तुझसे मिलता जुलता कोई …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Rampher”,”रामफेर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

रामफेर  Rampher   इस अकेले घर में जहाँ चारों तरफ ऐश्वर्य का दबदबा था सब तरह की सुरक्षा थी रामफेर को नींद नहीं आ रही थी रामफेर! हाँ रामफेर …

Hindi Poem of Bashir Badra “Ye Chandani bhi jin ko chute hue darte he”,”ये चांदनी भी जिन को छूते हुए डरती है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ये चांदनी भी जिन को छूते हुए डरती है  Ye Chandani bhi jin ko chute hue darte he ये चाँदनी भी जिन को छूते हुए डरती है दुनिया उन्हीं …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Dipawali me satyagrah”,”दीपावली में सत्याग्रह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दीपावली में सत्याग्रह  Dipawali me satyagrah   अबकी दीपावली में मन काफ़ी हरा और भरा था अबकी बरसात भी ठीक-ठाक हुई थी और अबकी मौसम भी काफी अच्छा था …

Hindi Poem of Bashir Badra “Yaad kisi ki chandani ban kar”,”याद किसी की चांदनी बन कर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

याद किसी की चांदनी बन कर  Yaad kisi ki chandani ban kar याद किसी की चाँदनी बन कर कोठे कोठे उतरी है याद किसी की धूप हुई है ज़ीना …

Hindi Poem of Shriprakash Shukal “  Ek stri ghar se nikarte hue bhi nahi nikalti”,”एक स्त्री घर से निकलते हुए भी नहीं निकलती” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

एक स्त्री घर से निकलते हुए भी नहीं निकलती  Ek stri ghar se nikarte hue bhi nahi nikalti   एक स्त्री घर से निकलते हुए भी नहीं निकलती वह …