Category: Hindi Poems
वो महकती पलकों की ओट Vo mahakti palako ki Oat वो महकती पलकों की ओट से कोई तारा चमका था रात में मेरी बंद मुठ्ठी ना खोलिये वही कोहीनूर …
किसान Kisan न उसका कोई रूप है न उसकी कोई जाति न उसका कोई घर है न उसकी कोई पाति आकाश उसकी छत है मौसम उसका आभूषण हत्या …
वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे Vo Gazal valo ka uslub samajhte honge वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे चाँद कहते हैं किसे ख़ूब समझते होंगे इतनी …
बच्चा और ईश्वर Baccha aur ishwar बाबू, चलो ना बको मत, चलो ना कहता है एक बच्चा अपने पचास वर्षीय अधेड़ पिता की अंगुलियों को थामें बच्चा बार-बार …
वही ताज है वही तख़्त है Vahi taj he vahi takhat he वही ताज है वही तख़्त है वही ज़हर है वही जाम है ये वही ख़ुदा की ज़मीन …
मरे हुए लोग Mare hue log मरे हए लोगों के इस शहर में हर आदमी अपने पुर्नजन्म को लेकर परेशान है मरे हुए लोग मरे हुए लोगों में …
सुन ली जो ख़ुदा ने वो दुआ तुम तो नहीं हो Sun li jo khuda ne vo dua tum to nahi ho सुन ली जो ख़ुदा ने वो दुआ …
अंधेरे में काशी Andhere me kasha शाम के वक़्त लोग जब अपने अपने अड्डों केा जाते हैं काशी अपने अंधेरे में चली जाती है काशी का अपने अंधेरे …