Category: Hindi Poems
रेत में कलाकार Ret me kalakar बालू के कण कण साथ ले चलो उड़ जा हारिल की नाईं सुबह हुई अब सपने छूटे उठ जा हरकारे की ठाईं। …
सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं Socha nahi accha bura dekha suna kuch bhi nahi सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं मांगा खुदा …
धूप Dhoop रूप रेत भर धूप खेत भर फैल गई है चादर ताने तट पर सूरज नभ पर हाँफ रहा है आशा कर-कर लौटेगी उसकी यह आभा भर-भर …
सिसकते आब में किस की सदा है Sisakte aab me kis ki sada he सिसकते आब में किस की सदा है कोई दरिया की तह में रो रहा है …
शबनम के आँसू फूल पर Shabnam ke aansu phool par शबनम के आँसू फूल पर ये तो वही क़िस्सा हुआ आँखें मेरी भीगी हुईं चेहरा तेरा उतरा हुआ अब …
अफ़ीमची Afeemchi गाजीपुर की अफीम फैक्टरी के नसेड़ी बंदरों को देखकर वे अफीमची हैं दुनिया की सबसे बड़ी फैक्टरी के सबसे छोटे उत्पाद! उनके पास भी सपने हैं …
सौ ख़ुलूस बातों में सब करम ख़यालों में Sau Khulus bato me sab karam khayalo me सौ ख़ुलूस बातों में सब करम ख़यालों में बस ज़रा वफ़ा कम है …
मैत्री में मोर Metri me mor विभाग की दीवार को फलांगता मोर जब उसके मुड़ेर पर बैठा तब हम कुछ मित्र जिसमे बहुतों में आशीष, विनोद व रामाज्ञा …