Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bashir Badra “Kabhi to aasma se chand utare jam ho jaye”,”कभी तो आसमाँ से चांद उतरे जाम हो जाये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

कभी तो आसमाँ से चांद उतरे जाम हो जाये  Kabhi to aasma se chand utare jam ho jaye कभी तो आसमाँ से चांद उतरे जाम हो जाये तुम्हारे नाम …

Hindi Poem of Bashir Badra “Gham chupate rahe muskurate rahe”,”ग़म छुपाते रहे मुस्कुराते रहे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ग़म छुपाते रहे मुस्कुराते रहे  Gham chupate rahe muskurate rahe ग़म छुपाते रहे मुस्कुराते रहे, महफ़िलों-महफ़िलों गुनगुनाते रहे आँसुओं से लिखी दिल की तहरीर को फूल की पत्तियों से …

Hindi Poem of Bashir Badra “Gulabo ki tarha dil apna”,”गुलाबों की तरह दिल अपना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गुलाबों की तरह दिल अपना  Gulabo ki tarha dil apna गुलाबों की तरह दिल अपना शबनम में भिगोते हैं मोहब्बत करने वाले ख़ूबसूरत लोग होते हैं किसी ने जिस …

Hindi Poem of Bashir Badra “Gaun mit jayenga shahar jal jayega”,”गाँव मिट जायेगा शहर जल जायेगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गाँव मिट जायेगा शहर जल जायेगा  Gaun mit jayenga shahar jal jayega गाँव मिट जायेगा शहर जल जायेगा ज़िन्दगी तेरा चेहरा बदल जायेगा कुछ लिखो मर्सिया मसनवी या ग़ज़ल …

Hindi Poem of Shiv Bahadur Singh Bhadoriya “ Badle Sandarbh”,”बदले सन्दर्भ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

बदले सन्दर्भ  Badle Sandarbh   लोकरीति की पगरैतिन वह अजिया की खमसार कहाँ है हँसी ठहाके बोल बतकही सुन लेते थी कही अनकही- वही भेंट अँकवार कहाँ है लौंग …

Hindi Poem of Bashir Badra “Dusro ko hamari sajaye na de”,”दूसरों को हमारी सज़ायें न दे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

  दूसरों को हमारी सज़ायें न दे  Dusro ko hamari sajaye na de दूसरों को हमारी सज़ायें न दे चांदनी रात को बद-दुआयें न दे फूल से आशिक़ी का …

Hindi Poem of Bashir Badra “Dua karo ki ye paudha sada hara hi lage”,”दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगे  Dua karo ki ye paudha sada hara hi lage दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगे उदासियों से …

Hindi Poem of Bashir Badra “Bhul shayad bahut badi kar li”,” भूल शायद बहुत बड़ी कर ली” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भूल शायद बहुत बड़ी कर ली  Bhul shayad bahut badi kar li भूल शायद बहुत बड़ी कर ली दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली तुम मुहब्बत को खेल …