Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bashir Badra “Bhigi hui aankho ka ye manzar na milega”,”भीगी हुई आँखों का ये मन्ज़र न मिलेगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

भीगी हुई आँखों का ये मन्ज़र न मिलेगा  Bhigi hui aankho ka ye manzar na milega भीगी हुई आँखों का ये मंज़र न मिलेगा घर छोड़ के मत जाओ …

Hindi Poem of Bashir Badra “E husan e beparvah tujhe shabnam kahu shoal kahu”,”ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ  E husan e beparvah tujhe shabnam kahu shoal kahu ऐ हुस्न-ए-बे-परवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ फूलों में भी शोख़ी तो है …

Hindi Poem of Bashir Badra “Abhi is taraf na nigah kar”,”अभी इस तरफ़ न निगाह कर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अभी इस तरफ़ न निगाह कर  Abhi is taraf na nigah kar अभी इस तरफ़ न निगाह कर मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना तुझे …

Hindi Poem of Bashir Badra “Aas hogi na asara hoga”,”आस होगी न आसरा होगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आस होगी न आसरा होगा  Aas hogi na asara hoga आस होगी न आसरा होगा आने वाले दिनों में क्या होगा मैं तुझे भूल जाऊँगा इक दिन वक़्त सब …

Hindi Poem of Bashir Badra “Aansuo ki jaha payamali rahi”,”आँसुओं की जहाँ पायमाली रही” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आँसुओं की जहाँ पायमाली रही  Aansuo ki jaha payamali rahi आँसुओं की जहाँ पायमाली रही ऐसी बस्ती चराग़ों से ख़ाली रही दुश्मनों की तरह उस से लड़ते रहे अपनी …

Hindi Poem of Bashir Badra “Aa chandani bhji meri tarah jag rahi he”,”आ चांदनी भी मेरी तरह जाग रही है” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आ चांदनी भी मेरी तरह जाग रही है  Aa chandani bhji meri tarah jag rahi he आ चाँदनी भी मेरी तरह जाग रही है पलकों पे सितारों को लिये …

Hindi Poem of Bashir Badra “Hamara dil”,”हमारा दिल” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हमारा दिल  Hamara dil हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए चराग़ों की तरह आँखें जलें, जब शाम हो जाए मैं ख़ुद भी एहतियातन, उस गली से कम …

Hindi Poem of Bashir Badra “Subaha ka jharna”,”सुबह का झरना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सुबह का झरना Subaha ka jharna सुबह का झरना, हमेशा हंसने वाली औरतें झूटपुटे की नदियां, ख़मोश गहरी औरतें सड़कों बाज़ारों मकानों दफ्तरों में रात दिन लाल पीली सब्ज़ …