Category: Hindi Poems

Hindi Poem of Bashir Badra “Vo thaka hua meri baho me jara”,”वो थका हुआ मेरी बाहों में ज़रा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वो थका हुआ मेरी बाहों में ज़रा  Vo thaka hua meri baho me jara वो थका हुआ मेरी बाहों में ज़रा सो गया था तो क्या हुआ अभी मैं …

Hindi Poem of Bashir Badra “ Sar se chadar badan se kaba le gai”,”सर से चादर बदन से क़बा ले गई” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सर से चादर बदन से क़बा ले गई  Sar se chadar badan se kaba le gai सर से चादर बदन से क़बा ले गई ज़िन्दगी हम फ़क़ीरों से क्या …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Pure hue pachas varsh“ , “पूरे हुए पचास-वर्ष” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पूरे हुए पचास-वर्ष  Pure hue pachas varsh आज़ादी की पचासवीं सालगिरह पर एक कविता नाश्ते के लिए भुनी हुई स्त्री का गोश्त लाया जाए हाथ धोने के लिए अगवा …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Vijaykant“ , “विजयकांत” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

विजयकांत  Vijaykant पहाड़ी झरने की तरह चट्टानों से टकराते पहले-पहल मिले थे विजयकांत विजयकांत नद की तरह बहे तब से अब तक समुद्र होने की प्रक्रिया में ज्वारग्रस्त होते …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Andhere ke bahar ek nigah“ , “अन्धेरे के बाहर एक निगाह” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अन्धेरे के बाहर एक निगाह  Andhere ke bahar ek nigah अन्धेरे के बाहर एक निगाह है देखती हुई अन्धेरे और एकान्त के सारे दृश्य भावनाओं के खेल में पराजित …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Saza“ , “सज़ा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सज़ा  Saza तमाशा बनने की तैयारी ख़त्म हुई तमाशा बन गया है अब एक पूरा का पूरा आदमी | नाराज़ लोग ख़ुश हुए सारे के सारे दीदा-फाड़ अंदाज़ में …

Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “ Ghav“ , “घाव” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घाव  Ghav ऐसे मत छुओ घाव को घाव को पहले मन में बसाओ उतारो धीरे-धीरे हाथों में उंगलियों तक ले आओ धीरे-धीरे छुओ, फिर छुओ घाव को घाव की …