जापान में सुनामी और भूकंप- 2011
Japan me Tsunami aur Bhukamp – 2011
‘सुनामी’ का अर्थ है बंदरगाह पर उठने वाली लहरें। लहरों का निर्माण तब होता है जब गुरुत्वाकर्षण के कारण अपने स्थान से हटा पानी दूसरी जगह एकत्र हो जाता है। जब समुद्र की पृष्ठभूमि का बड़ा भाग अपनी सतह से ऊपर उठ जाता है या नीचे धँस जाता है तब लहरें सुनामी का रूप धारण कर लेती हैं। साल 2011 जापान के लिए तबाही का साल था। सुनामी और उसके बाद भूकंप का मंजर दिल दहला देने वाला था। इन दिनों प्राकृतिक आपदाओं ने पूरे जापान को तहस-नहस करके रख डाला। सुनामी की लहरों ने शहर में घुसकर तबाही मचा दी। जो भी सामने आया वह लहरों की चपेट में आ गया। बड़े-बड़े जहाज और वाहन खिलौनों की तरह पानी में तैर रहे थे। बड़ी-बड़ी इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं। इसके बाद आये भूकंप ने और भी तबाही मचा दी। न्यूक्लियर बम के फटने से जापान आग की चपेट में आ गया। इसने वहां के वातावरण को पूरी तरह प्रदूषित कर दिया। सुनामी और भूकंप ने वहां के जन-जीवन और आर्थिक व्यवस्था को हिला कर रख दिया। हजारों लोग मारे गए, कई बच्चे अनाथ हो गए और हजारों लोग बेघर हो गए।