एक भारत, श्रेष्ठ भारत
Ek Bharat, Shreshth Bharat
राष्ट्रीय एकता दिवस, 31 अक्टूबर 2015 (सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मोत्सव) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक योजना के बारे में बात की। इस योजना का नाम “एक भारत श्रेष्ठ भारत” हैं जो निकट भविष्य में देश की संस्कृति और परम्परा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरु की जायेगी। प्रधानमंत्री ने ये भी घोषणा की कि भारत की सरकार देश के विभिन्न भागों में सांस्कृतिक सम्बंधों को बढ़ावा देने के लिये एक नयी पहल शुरु करेगा। ये विभिन्न राज्यों में रह रहे लोगों के बीच आपसी सम्बन्धों को बढ़ावा देने के लिये भी लोगों को लोगों से जोड़ेगा।
इस योजना के अनुसार, देश का सालाना एक राज्य दूसरे राज्य से जुड़ेगा और दोनों ही एक दूसरे राज्य की समृद्ध विरासत को विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के द्वारा जैसे: संगीत कार्यक्रम, फूड फेस्टिवल, साहित्यिक कार्यक्रम, बुक फेस्टिवल, दौरे और यात्रा आदि के द्वारा लोकप्रिय करना हैं। अगले साल, वो दोनों राज्य अन्य दो राज्यों से उन्हीं उद्देश्यों के साथ जुड़ेंगे। इस तरह पूरे देश में लोग विभिन्न राज्यों की संस्कृति, परंपराओं और तौर-तरीकों के बारे में जानेंगे। ये लोगों के बीच आपसी समझ और संबंधों के साथ ही भारत में एकता और अखंडता को भी को बढ़ावा देगा।
भारत की सरकार ने इस योजना को लागू करने से पहले इस पर नागरिकों की राय लेने का निर्णय किया है। इस योजना पर लोगों के विचार और सुझावों को जानने के लिये “एक भारत और श्रेष्ठ भारत प्रतियोगता” को शुरु किया गया है। नागरिक अपने विचारों और सुझावों (कार्यक्रम की रुप रेखा तैयार करके इसे विभिन्न आयामों पर और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिये) को सीधे सरकारी पोर्टल (MYGOV.in) पर प्रस्तुत कर सकते हैं। नागरिकों की मदद करने के लिये, भारत की सरकार ने कुछ विषय और उप-विषय प्रस्तुत किये हैं जिससे कि वो अपने विचारों और सुझावों को विस्तार से सही दिशा में दे सकें। देश के नागरिक अपने मूल विचारों और आविष्कारों को लिखकर प्रस्तुत करने से पहले इन विषयों और उप विषयों का अनुकरण कर सकते हैं:
इस कार्यक्रम को लागू करने में “केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों की भूमिका की पहचान करना।”
“जिन तरीकों से सरकार, समाज और निजी क्षेत्र एक साथ मिलकर कार्य कर सकते हैं उनकी पहचान करना।”
“सामाजिक मीडिया सहित आधुनिक संचार साधनों के उपयोग को निर्दिष्ट करना।”
“सफलता की कहानियों का प्रलेखन।”
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम’ को “सरकारी कार्यक्रम के स्थान पर आम जनता का आन्दोलन बनाना।”
प्रधानमंत्री के द्वारा ये कहा गया है कि वो मूल और नये विचार जिनकी विस्तार से व्याख्या की जायेगी ज्यादा पसंद किये जायेंगे और उन्हें ऊँचे स्कोर दिये जायेंगे। व्याख्या को पीडीएफ के रुप में प्रस्तुत किया जायेगा। इस प्रतियोगिता में अधिक से अधिक प्रतिभागियों को भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करने के लिये प्रथम (1,00,000/-), द्वितीय (75000/-) और तीसरे (50,000/-) को नगद रुपये पुरस्कार (एक प्रमाण पत्र के साथ) के रुप में देने की भी घोषणा की गयी है। देश के नागरिक अपने विचारों और सुझावों को 10 दिसम्बर 2015 की अन्तिम तिथि से पहले जमा कर सकते हैं।