मेरा प्रिय खेल क्रिकेट
Mera Priya Khel Cricket
क्रिकेट सभी का बहुत पसंदीदा और प्रसिद्ध खेल है। हम सभी क्रिकेट खेलना बहुत पसंद करते है और रोज शाम में छोटे से खेल के मैदान में इसे खेलते है। इसे हर उम्र के लोग पसंद करते है और ये बहुत रोचक तथा संदेहास्पद खेल है। इसकी कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं है कि फलाँ टीम जीत जाएगी। अंतिम समय में कोई भी टीम जीत सकती है जो सभी का उत्साह बढ़ाती है। लोगों की अपनी पसंदीदा टीम होती है जिसे वो जीतते देखना चाहते है और लोग मैच तब तक देखते है जब तक कि खेल खत्म न हो जाए और उन्हें कोई परिणाम प्राप्त न हो हो जाए। क्रिकेट देखने के लिये क्रिकेट प्रेमियों की टीवी के कमरे और क्रिकेट मैदान में एक बड़ी भीड़ होती है जब भी कोई टेस्ट मैच या राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर का टूर्नामेंट होता है।
युवा लड़के इस खेल से बहुत प्रभावित रहते है और लगभग हर कोई एक अच्छा क्रिकेटर बनना चाहता है। क्रिकेट भले ही भारत का खेल न रहा हो लेकिन फिर भी आज इसे पूरी खुशी और उत्साह से खेला जाता है। क्रिकेट कई सारे देशों में खेला जाता है जैसे भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रिका, ऑस्ट्रेलिया, जिम्बॉबवे, इंग्लैंड, ऑयरलैंड, श्रीलंका, न्यूजीलैंड आदि। टेस्ट मैच पाँच दिनों का होता है जिसमें 11-11 खिलाड़ीयों की दो टीमें होती है, इसमें हर टीम को दो पारी खेलने का मौका मिलता है जो टीम सबसे अधिक रन बनाती है वही विजेता बनती है।
क्रिकेट कोई आसान खेल नहीं है फिर भी क्रिकेट के नियम-कानून को नियमित अभ्यास से सीखा जा सकता है। इसमें दो मुख्य खिलाड़ी होते है एक बल्लेबाज और दूसरा गेंदबाज,बल्लेबाज अपने आउट होने तक खेल सकता है और गेंदबाज अपना ओवर पूरा होने तक गेंद फेंक सकता है। क्रिकेट मैच शुरु होने के पहले एक सिक्का उछाला जाता और इससे इस बात का फैसला होता कि कौन सी टीम पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी करेगी। टॉस के बाद एक टीम पहले गेंदबाजी करती है और दूसरी टीम बल्लेबाजी करती है तथा एक पारी खत्म होने के बाद गेंदबाजी वाली टीम बल्लेबाजी टीम द्वारा दिये गये रनों का पीछा करती है। हार और जीत इस खेल के दो पहलू है जो इस खेल को रोमांचक और संदेहास्पद बना देती है। ये खेल और शानदार तब बन जाता है जब क्रिकेट प्रेमी अपने पसंदीदा बल्लेबाज के चौके-छक्के पर पूरे स्टेडियम को गूँजायमान कर देते है।