Hindi Poem of Akhilesh Tiwari “Waqt kar de na payemal mujhe, “वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे -अखिलेश तिवारी

Waqt kar de na payemal mujhe -Akhilesh Tiwari

 

वक़्त कर दे न पाएमाल मुझे
अब किसी शक्ल में तो ढाल मुझे

अक़्लवालों में है गुज़र मेरा
मेरी दीवानगी संभाल मुझे

मैं ज़मीं भूलता नहीं हरगिज़
तू बड़े शौक से उछाल मुझे

तजर्बे थे जुदा-जुदा अपने
तुमको दाना दिखा था, जाल मुझे

और कब तक रहूँ मुअत्तल-सा
कर दे माज़ी मेरे बहाल मुझ

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